आफत में किसानों के लिए राहतकारी बना सिचाई विभाग का मैकेनिकल विग
जागरण संवाददाता फतेहाबाद इस बार मानसून के सीजन में औसत बारिश से ढाई गुना अधिक बारि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
इस बार मानसून के सीजन में औसत बारिश से ढाई गुना अधिक बारिश हो गई। इससे फसलों में जलभराव तो हुआ ही कई गांवों में तालाब ओवरफ्लो होने से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। सितंबर में हुई ये आफत की बारिश से हर कोई परेशान है। इसी परेशानी को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार के निर्देश पर सिचाई विभाग की मैकेनिकल विग ने बखूबी से कार्य किया। किसानों व ग्रामीणों के साथ शहर के लोगों को जलभराव से राहत देने के लिए जगह-जगह पंप सेट लगवा दिए। इससे एक बार में ही बड़ी राहत मिल गई।
हालांकि मैकेनिकल विग में कर्मचारियों की कमी की परेशानी भी खूब आ रही हैं। जिले में महज तीन जेई व एक एसडीओ ही कार्यरत हैं। उसके बाद भी अधिकारियों ने दिनरात कार्य करते हुए शिकायत मिलने के बाद तुरंत समाधान करवाने की कोशिश की। कई गांव में तो ऐसा हुआ है जिसमें पिछले दो महीनों में तीन बार से अधिक जलभराव हुआ। उनमें लगातार पानी निकासी के लिए प्रयास हुए। गांव बड़ोपल, ठुईया, दहमान, बैजलपुर व दहमान गांव उनमें प्रमुख हैं। जहां पर इस बार जलभराव अधिक हुआ। पानी निकासी के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाना पड़ा।
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इन गांवों में चल रहा पानी निकासी का कार्य :
जिले के गांव दहमान, भड़ोलावाली, भोड़ियाखेड़ा, कन्हेड़ी, बड़ोपल, गोरखपुर, खाबड़ाकलां, गोरखपुर, अकांवाली, सरवरपुर, भट्टूकलां, बंदमंदोरी, काजलहेडी, ठुईया, पीलीमंदोरी, भीमेवाला, मोची, बैजलपुर, जांडवाला बांगड़, नहला, चिदड़, कुम्हारिया, खजुरी व चिदड़ सहित अनेक गांव है। जिनमें पानी निकासी के लिए डीजल पंप सेट व बिजली मोटर लगाकर पानी निकासी की जा रही है। । इसके अलावा भूना व फतेहाबाद शहर में भी पानी निकासी के लिए प्रयास करते हुए पंप सेट लगा गए।
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गोरखपुर में 17 जगह चल रहे पानी निकासी के पंप :
जिले में सिचाई विभाग की मैकेनिकल विग द्वारा 70 से अधिक जगहों में पानी की निकासी के लिए पंप सेट व ट्यूबवेल कनेक्शन चल रहे हैं। इनमें से 17 से अधिक जगह पर गांव गोरखपुर, बैजलपुर में 9, दहमान में 4, काजल हेडी 6, ठुईया 5 सहित कई अनेक गांवों में दो से अधिक पानी निकासी के लिए काम चल रहा हैं। गोरखपुर में सिद्धमुख नहर टूटने से हालत खराब अधिक हुए है। गोरखपुर, काजल व खजुरी में 100 से अधिक ढाणियों में दरार आ गई।
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ये सुधार की जरूरत, तभी होगा समाधान :
सिचाई विभाग का मैकेनिकल विग अब किसानों को डीजल पंप सेट के अलावा बिजली संचालित मोटर उपलब्ध करवाता है ताकि पानी निकासी हो सके। लेकिन परेशानी यह है कि डीजल पंप सेट के लिए डीजल मैकेनिकल विग उपलब्ध नहीं करवा सकता। इसके लिए प्रशासन किसानों की मदद करता है। यह मदद वहीं की जाती है जहां पर किसानों की राजनीतिक पहुंच है या किसानों में एकता है। साधारण किसान डीजल की मदद से वंचित रहते है। ऐसे में इस व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। जहां पर मैकेनिकल विग किसानों व ग्रामीण क्षेत्रों में पंप सेट लगाता है वहां पर उन्हें डीजल की खपत के लिए रुपये खर्च करने की पावर होना जरूरी है।
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ऐसे करें शिकायत को 24 घंटे में होगा समाधान :
जिन गांवों व खेतों में जलभराव से अभी तक समाधान नहीं हुआ है। वे ग्रामीण उपायुक्त को अपनी समस्या लिखकर शिकायत दे। उपायुक्त की शिकायत मिलने के बाद 24 घंटे में मैकेनिकल विग के अधिकारी पंप सेट लगा देते है। इसके लिए जरूरी है कि पानी निकासी की व्यवस्था हो। ताकि पानी निकालने के लिए पंप सेट चलाने में परेशानी न आए।
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आमजन को नहीं आने दी जा रही परेशानी : बिश्नोई
जिले में बड़ी संख्या में गांवों व खेतों से पानी निकासी के लिए कार्य चल रहा है। शिकायत आने के तुरंत बाद कार्य शुरू करवा दिया जा रहा है। इस बार बारिश अधिक हुई। ऐसे में जलभराव की समस्या अधिक हुई, लेकिन जहां पर शिकायत आई, वहां पर पानी निकासी की व्यवस्था शुरू करवा दी।
- ओपी बिश्नोई, अधीक्षण अभियंता, सिचाई विभाग।
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30 से अधिक गांवों में चलाया जा रहा अभियान : एसडीओ
जिले में 30 से अधिक गांवों में पानी निकासी के लिए पंप सेट लगाए जा गए हैं। पानी निकासी के लिए उचित प्रबंध है। प्रशासन व विभाग के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर दिन-रात कार्य किया जा रहा है। आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जा रही।
- लोकपाल, एसडीओ, मैकेनिकल विग, सिचाई विभाग
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सरकार कर रही उत्कृष्ट कार्य : भादू :
प्रदेश सरकार आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दे रही। सरकार के स्पष्ट निर्देश है कि जलभराव की समस्या का तुरंत समाधान हो। माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसके लिए पहले ही संबंधित अधिकारियों को आदेश दे दिए थे। इससे बड़ा प्रभाव पड़ा है।
- सत्यरावल भादू, वरिष्ठ भाजपा नेता।