जाखल व टोहाना में आधे कर्मचारी, काम कर रहे पूरा
सरकारी महकमों में कर्मचारियों की पूरी कमी है। अधिकांश विभागों में आधे से अधिक पद खाली पड़े हैं।
जागरण टीम, फतेहाबाद : सरकारी महकमों में कर्मचारियों की पूरी कमी है। अधिकांश विभागों में आधे से अधिक पद खाली पड़े हैं। लेकिन सरकार मान रही है कि उनके आधे कर्मचारी ही पूरा काम चला रहे हैं। परेशानी नहीं आ रही। यह जवाब सत्ताधारी पार्टी के टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली के सवाल पर दिया गया। उन्होंने टोहाना नगर परिषद व जाखल नगरपालिका में कम कर्मचारियों का मुद्दा उठाया। उनका कहना है कि जाखल को नगरपालिका का बेशक दर्जा दे दिया है। लेकिन पिछले तीन साल में स्थायी सचिव की नियुक्ति नहीं हुई है। इसी तरह टोहाना नगरपालिका में भी परेशानी आ रही है। टोहाना नगरपालिका में न तो पूरे कर्मचारी हैं। न ही सफाई कर्मी। ऐसे में टोहाना में शहर की हालत बद से बदतर हो गई। सफाई कर्मचारियों की कमी से सही से सफाई नहीं होती। वहीं, कर्मचारियों की कमी से शहर के हजारों लोग परेशान है। एक छोटे से कार्य अधिकारी व कर्मचारी कई दिन तक नहीं करते। इसके जवाब में सोमवार को शहरी निकास विभाग के मंत्री अनिल विज ने कहा कि कर्मचारी कम हैं, लेकिन परेशानी नहीं आ रही। आधे कर्मचारी ही पूरा काम बेहतर तरीके से कर रहे है। जाखल में 86 में से 36 कर्मचारी
हरियाणा के शहरी निकाय मंत्री के अनुसार जाखल नगरपालिका में 86 में 36 कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें से 16 स्थायी व 20 अस्थायी हैं। वहीं, नगरपालिका के कर्मचारियों की मानें तो सफाई कर्मचारियों को छोड़ दें तो कार्यालय में 12 कर्मचारी कार्यरत हैं। वहीं, पांच पद खाली पड़े हैं। जाखल नगरपालिका में चार माली, चार सेवादार, एक क्लर्क, एक हाउस टैक्स इंस्पेक्टर, एक सहायक सचिव, एक लेखाकार सहित 12 अधिकारी स्थायी तौर पर है। वहीं, अस्थायी तौर पर सचिव, एमई व जेई की नियुक्ति है। जाखल नगरपालिका में तीन क्लर्क, एक सचिव, एक एमई की पिछले लंबे समय से ही नियुक्ति नहीं है। टोहाना में 100 में 56 पद पर कर रहे कर्मचारी
शहर की नगर परिषद उधार के अधिकारियों के बल पर रेंग-रेंगकर चल रही है। जिसके चलते शहर के अनेक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। जबकि शहरी निकाय मंत्री टोहाना नगर परिषद में 100 पद स्वीकृत पदों में 56 पदों पर नियमित अधिकारी व कर्मचारी कार्य करने के दावे कर रहे हैं। नगर परिषद में पिछले लंबे समय से कार्यकारी अधिकारी का पद खाली होने के कारण यहां रोहतक कारपोरेशन में तैनात कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद की सप्ताह में केवल एक दिन के लिए ही ड्यूटी लगाई हुई है। जबकि कनिष्ठ अभियंता के चार पद स्वीकृत होने के बावजूद एक कनिष्ठ अभियंता जाखल से अतिरिक्त कार्य देख रहा है। वहीं, सचिव का पद पिछले छह माह से रिक्त पड़ा है। ऐसे में नगर परिषद से संबंधित विकास के कार्य लंबे समय से अटके पड़े हैं। सरकार में भाजपा-जजपा के तीन-तीन नेता होने के बावजूद यहां अधिकारियों की कमी से आमजन भी हैरान है। मौजूदा समय में ऑनलाइन कार्य होने के कारण कार्यकारी अधिकारी सहित सचिव व कनिष्ठ अभियंता के पदों पर नियुक्ति की जानी बहुत जरूरी है।
भाजपा से सुभाष बराला हरियाणा सार्वजनिक ब्यूरो के चेयरमैन हैं तो जजपा के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह व विधायक देवेंद्र बबली के होने के बावजूद उपरोक्त पदों के खाली रहने से आमजन अपने कार्यों को लेकर नगर परिषद के चक्कर काटते रहते हैं, लेकिन उन्हें यह बात सुनने को मिलती है कि अभी अधिकारी नहीं आए हैं। काम चला रहे हैं, आती है परेशानी
जितने अधिकारी तैनात हैं, वह नगर परिषद का काम चला रहे हैं। यदि नियमित अधिकारी नगर परिषद में तैनात कर दिए जाएं तो इससे आमजन को होने वाली परेशानी से निजात मिल सकेगी। कर्मचारियों के खाली पदों की सूची सरकार को भेज दी थी।
- सतीश गर्ग, कार्यकारी अभियंता, नगर परिषद, टोहाना।