मूक बधिरों को मिले सम्मान, पढ़े-लिखे का बने ड्राइविग लाइसेंस

फतेहाबाद हरियाणा मूक बधिर सोसाइटी की फतेहाबाद इकाई ने उपायुक्त डा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 06:45 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 06:45 AM (IST)
मूक बधिरों को मिले सम्मान, पढ़े-लिखे का बने ड्राइविग लाइसेंस
मूक बधिरों को मिले सम्मान, पढ़े-लिखे का बने ड्राइविग लाइसेंस

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : हरियाणा मूक बधिर सोसाइटी की फतेहाबाद इकाई ने उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। वहीं उन्होंने सितंबर माह में सांकेतिक भाषा दिवस मनाने की अपील की। इस दौरान बड़ी संख्या में मूक बधिर मौजूद रहे। उपायुक्त ने उनकी मांग पर उन्हें उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस मौके पर प्रधान बजरंग दास, उपप्रधान कृष्ण कुमार, सचिव अजित, अरविद सिंह, प्रमिला, प्रमिद्र कौर व जितेंद्र कुमार ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सितंबर के तीसरे सप्ताह में बधिर सप्ताह मनाया जाता है। परंतु इस बार जिले ऐसा कार्यक्रम नहीं किया गया। वहीं उन्होंने मांग की है कि सितंबर माह में सांकेतिक भाषा दिवस मनाया जाए। सांकेतिक भाषा दिवस बहुत जरूरी है। मूक-बधिरों ने बताया कि वे पढ़े लिखे हैं। लेकिन सरकार के कानून के अनुसार उनके ड्राइविग लाइसेंस नहीं बन सकते। इससे उन्हें परेशानी आ रही है। ऐसे में उन्होंने मांग कि सरकार वे सिर्फ बोल व सुन नहीं सकते। लेकिन लिखकर अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं। उसके बाद भी उन्हें ड्राइविग लाइसेंस से वंचित किया हुआ है। इसको लेकर कई बार उन्होंने मांग उठाई। लेकिन समाधान नहीं हुआ। इसके अलावा उन्होंने मांग कि जिले में मूक बधिरों के लिए पुलिस सहायता केंद्र बनाया जाए। जिले में मूक बधिरों का सर्वेक्षण करते हुए उनको रोजगार दिया गया। रजिस्ट्री फीस में 50 फीसद की छूट मिले। मूक बधिरों के बच्चों को स्कूली व कालेज की फीस में छूट दी जाए। शहर में मूक बधिर हाउस टैक्स से परेशान है। ऐसे में उनको हाउस टैक्स में छूट दी जाए। मूक बधिर को सरकार 5 हजार रुपये का वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनके लिए परेशानी तो यह है कि जिले के नागरिक अस्पतालों में ईएनटी के पास विकलांगता जांच के लिए तकनीकि यंत्र तक नहीं है। ऐसे में लोग मूक बधिर के नकली प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे है। जबकि जो वास्तव में है उनका प्रमाण पत्र नहीं बन रहा। इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि गत दिनों जो ग्रुप डी व क्लर्क की भर्ती हुई है। उसमें मुक बधिर के लिए पद आरक्षित थे। इन पदों पर लोग नकली प्रमाणपत्र बनाकर लगे हैं। ऐसे में सही से जांच करते हुए इन्हें हटाया जाए। जो वास्तव में दिव्यांग है। उनको नौकरी दी जाए। करीब 17 मांगों के संबंधित सोसायटी के सदस्यों ने ज्ञापन दिया।

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