सरकार व प्रशासन ने जिला में किए बाढ़ बचाव के पुख्ता प्रबंध, क्षेत्र के किसानों ने जताया आभार

सरकार द्वारा बाढ़ बचाव के लिए किए गए पुख्ता प्रबंधों के लिए शक्करपुरा ढेर दिवाना धारसूल कलां व खुर्द घासवा रत्ताथेह सहित विभिन्न गांवों के दर्जनों किसानों तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने सरकार व जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:00 AM (IST)
सरकार व प्रशासन ने जिला में किए बाढ़ बचाव के पुख्ता प्रबंध, क्षेत्र के किसानों ने जताया आभार
सरकार व प्रशासन ने जिला में किए बाढ़ बचाव के पुख्ता प्रबंध, क्षेत्र के किसानों ने जताया आभार

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

सरकार द्वारा बाढ़ बचाव के लिए किए गए पुख्ता प्रबंधों के लिए शक्करपुरा, ढेर, दिवाना, धारसूल कलां व खुर्द, घासवा, रत्ताथेह सहित विभिन्न गांवों के दर्जनों किसानों तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने सरकार व जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

किसान एवं पूर्व सरपंच हंसराज, डा. प्यारा, कश्मीर सिंह, हरजतिन सिंह, मेहर सिंह, भजन सिंह, परमजीत सिंह, रलदू सिंह, बलकार सिंह, गुलाब सिंह, सोहन सिंह, सूरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, करण सिंह, हरचरण सिंह, बंसी आदि किसानों ने कहा कि इस बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में बाढ़ आने से बहुत ज्यादा जान-माल का नुकसान होता था। सरकार व प्रशासन दूरगामी सोच के कारण होने वाले नुकसान से बचाव हुआ है।

इस मौके पर उपायुक्त महावीर कौशिक, एसडीएम गौरव अंतिल, अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्नोई व सरकारी प्रवक्ता से बातचीत के दौरान किसानों ने बताया कि इस क्षेत्र में 3500 से अधिक एकड़ भूमि में पहले हमारी फसलें भी 30 से 40 प्रतिशत होती थी। अब मनोहर सरकार, जिला प्रशासन तथा सिचाई विभाग द्वारा किए गए बाढ़ बचाव प्रबंधों से जहां इस क्षेत्र में जान-माल का बचाव हुआ है वहीं शत प्रतिशत हमारी खेती भी पक्का कर अच्छी तरह से तैयार होती है। किसानों ने कहा कि बाढ़ बचाव के प्रबंध सुनिश्चित होने से जहां आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है वहीं हमारे क्षेत्र में खुशहाली आई है। उन्होंने कहा कि मनोहर सरकार में इस क्षेत्र के किसानों की बल्ले-बल्ले है। इस क्षेत्र में ज्यादातर झीरी/धान, गन्ना व गेहूं की खेती की जाती है। इसके साथ-साथ पशुपालन व्यवसाय भी नागरिकों द्वारा अपनाया जाता है।

उन्होंने बताया कि अत्याधिक बरसात होने व बाढ़ आने से इस क्षेत्र में बहुत ज्यादा एरिया में जलभराव हो जाता था, जिससे पशुधन व खेती को सीधा नुकसान होता था। इसके साथ-साथ जलभराव होने से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से नागरिक चपेट में आ जाते थे। जल निकासी के लिए पाइपलाइन, ड्रेन डालने व बाढ़ बचाव के अच्छे प्रबंध करने से जहां कृषि व पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा मिला है और होने वाले बीमारियों से भी बचाव हुआ है।

इस मौके पर उपायुक्त महावीर कौशिक व सिचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्नोई ने संयुक्त रूप से बताया कि पिछले तीन वर्ष 2018-19 से 2020-21 के दौरान भाखड़ा जल सेवा मंडल फतेहाबाद के टोहाना जल सेवा प्रमंडल टोहाना में पाइप लाइन ड्रेन निर्माण हेतू 10 नंबर बाढ़ एजेंडा एवं बाढ़ के पानी की निकासी हेतू बोरवेल निर्माण के लिए ग्राम खुर्द, म्योंड कलां, नाथूवाल, ढेर, हिडलवाला, ढाणी टालियां, रत्ताथेह, दीवाना, कानाखेड़ा, तलवाडा, शक्करपुरा और सिधानी के खेतों से 427.87 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई। पाइपलाइन नालों के निर्माण से इन गांवों में से करीब 3500 एकड़ क्षेत्र के खेतों का बाढ़ का पानी सफलतापूर्वक निकाल दिया गया।

पिछले तीन वर्षों के दौरान गांव ढेर और कान्हाखेड़ा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन नाली गई, ग्राम साधनवास के बाढ़ के पानी के लिए पाइप लाइन और कच्चा ड्रेन का निर्माण, गांव तलवाडा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन नालियों का निर्माण, गांव शक्करपुरा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिएपाइपलाइन नालों का निर्माण, गांव म्योंद और नाथूवाल के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन नाली का निर्माण,गांव म्योंद खुर्द के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन ड्रेन का निर्माण। गांव ढेर के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन ड्रेन का निर्माण, गांव हिडलवाला (ढाणी टालियां) के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन नाली का निर्माण, गांव रत्ताथेह और दीवाना के बाढ़ के पानी निकासी को पाइप लाइन ड्रेन का निर्माण, गांव कानाखेड़ा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन ड्रेन का निर्माण, ग्राम सिधानी के खेतों से बाढ़ के पानी की निकासी के लिए 10 बोरवेल का निर्माण करवाया गया, जिन पर कुल 427.87 लाख रुपये की राशि खर्च की गई।

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