शराबबंदी पर पांच पंचायतों ने दिखाई पहल, आबकारी विभाग से कहा- हम नहीं खुलवाना चाहते ठेका
बलजीत जांगड़ा समैन प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम सभा के सहयोग से गांव में शराब बंदी के प्रस्त
बलजीत जांगड़ा, समैन :
प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम सभा के सहयोग से गांव में शराब बंदी के प्रस्ताव पर पांच ग्राम पंचायतों ने पहल दिखाई है। इन गांवों की ग्राम पंचायतों के सरपंचों का कहना है कि वह सरकार के इस फैसले से काफी खुश व सहमत है व आने वाले दिनों में इसका व्यापक असर भी दिखाई देगा। टोहाना खंड के गांव पारता, पिरथला, सनियाना, गाजुवाला व नांगली की ग्राम पंचायत शामिल है। इन गांवों की ग्राम पंचायतों ने शराबबंदी पर बड़ी पहल करते हुए कहा है वह सरकार के इस फैसले को लागू करने में सकारात्मक भूमिका निभाएंगे।
गांव पारता के सरपंच पवन मैहला ने कहा कि वर्ष 2016 में उन्होंने ग्राम पंचायत में यह प्रस्ताव पारित कर हरियाणा सरकार को भेज दिया था कि उनके गांव में शराब का ठेका गांव से बाहर होना चाहिए। गांव में शराब का ठेका गांव की सीमा से लगभग एक किलोमीटर बाहर है। सरपंच पवन मैहला ने कहा कि यदि ग्रामीणों ने गांव में शराब बंदी के लिए सहयोग किया तो इस बार यह ठेका एक किलोमीटर की सीमा में भी नही रहेगा। वह इस फैसले को लागू करने के लिए ग्रामीणों के साथ बड़ी बैठक करेंगे। गांव पिरथला के सरपंच प्रतिनिधि डा. दलबीर सिंह ने कहा कि वह शराबबंदी के फैसला अपने गांव में लागू करवाने के लिए तैयार है। यदि गांव के लोग यह चाहते है की गांव में शराब की बिक्री बंद हो इसके लिए वह सार्थक पहल करने के लिए तैयार है। इसके लिए ग्राम पंचायत जल्द ही ग्राम सभा की एक बड़ी बैठक बुलाएगी। शराबबंदी का प्रस्ताव उसमें रखा जायेगा। यदि ग्रामीणों का सहयोग मिला तो गांव में शराबबंदी जरूर होगी।
गांव गाजूवाला के सरपंच विजय हरिपाल का कहना है कि गांव में शराबबंदी का फैसला ग्रामीणों के सहयोग से होगा। ग्राम पंचायत सरकार के इस प्रस्ताव का समर्थन करती है। गांव के नौजवान नशे की चपेट में आ रहे है। गांव मे शराबबंदी हो इसके लिए वह सार्थक पहल करेंगे। प्रस्ताव के लिए ग्रामीणों की एक बड़ी बैठक बुलाई जाएगी। गांव सनियाना के सरपंच प्रतिनिधि बिजेंद्र बाजवा ने कहा कि गांव में शराबबंदी के फैसला बिल्कुल सही व उचित है। हमने पहले भी वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत से एक प्रस्ताव पारित कर शराब के ठेके को गांव की सीमा से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर करवाया था। गांव में शराबबंदी के फैसले को लागू करवाने के लिए ग्रामीणों की एक बड़ी बैठक बुलाई जाएगी। ग्रामीणों ने सहयोग किया तो गांव में बिल्कुल भी शराब नहीं बिकेगी। ------