दर्जनों गांवों के किसानों ने किया प्रदर्शन, बरसात से खराब फसलों व क्षतिग्रस्त मकानों के मुआवजे की मांग

जिले में बरसात से किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में कई-कई फिट तक पानी भरने से फसलें पूरी तरह खराब हो चुकी है। बरसात से फसलों को हुए नुकसान की तुरंत गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जाए। यह बात संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जरनैल सिंह मलवाला व संदीप काजला बीसला ने फतेहाबाद में इकट्ठे हुए किसानों को संबोधित करते हुए कही।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:11 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:11 AM (IST)
दर्जनों गांवों के किसानों ने किया प्रदर्शन, बरसात से खराब फसलों व क्षतिग्रस्त मकानों के मुआवजे की मांग
दर्जनों गांवों के किसानों ने किया प्रदर्शन, बरसात से खराब फसलों व क्षतिग्रस्त मकानों के मुआवजे की मांग

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिले में बरसात से किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में कई-कई फिट तक पानी भरने से फसलें पूरी तरह खराब हो चुकी है। बरसात से फसलों को हुए नुकसान की तुरंत गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जाए। यह बात संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जरनैल सिंह मलवाला व संदीप काजला बीसला ने फतेहाबाद में इकट्ठे हुए किसानों को संबोधित करते हुए कही। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को जिले के दर्जनों गांवों के किसान फतेहाबाद पहुंचे और रोष प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय जाकर अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस बारे में शीघ्र कदम उठाते हुए गिरदावरी नहीं करवाई तो 6 अगस्त को किसान डीसी कार्यालय पर धरना देने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर किसान नेता बंसी सिहाग जांडवाला, राम जाट, मदन बिजारनियां, विनोद, रविन्द्र भोरड़, विजय सिंह पीलीमंदौरी, संदीप गोरछिया, योगेन्द्र भूथनकलां, सुरेश गढ़वाल, रविन्द्र हिजरावां, बलराज बीघड़, सुरेन्द्र मानावाली सहित करीब 40 गांवों से आए सैकड़ों किसान मौजूद रहे।

खेती बचाओ संघर्ष समिति के प्रधान जरनैल सिंह मलवाला व भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) संदीप काजला बिसला ने कहा कि पिछले दिनों जिले में हुई बरसात किसानों पर कहर बनकर टूटी है। इस बरसात से किसानों की फसलों के साथ-साथ गरीब मजदूरों के मकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। बरसात के कारण खेतों में कई-कई फुट तक जलभराव होने से नरमा, धान, बाजरी की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। किसानों का इन फसलों पर काफी खर्चा हा चुका है और अब फसल खराब होने से किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि किसान पहले ही कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है, अब इस प्राकृतिक मार ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। उन्होंने मांग की कि सरकार द्वारा जल्द से जल्द जिले में स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को बरसात से हुए नुकसान की भरपाई की जाए। किसान नेताओं ने कहा कि फसलों के अलावा बरसात से गरीब मजदूरों के मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। बरसात से कई जगह कच्चे मकान गिर गए हैं वहीं कई मकानों में दरारें आने से उनके गिरने का डर बना हुआ है। ऐसे में प्रशासन इन मकानों की पहचान कर पीड़ित लोगों को तुरंत मुआवजा राशि दे ताकि वे दोबारा अपने आशियाने बना सके। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने जिला प्रशासन से गांवों में जलभराव की समस्या की भी समस्या को उठाया और गांवों में रिचार्ज बोर करवाकर इस समस्या का समाधान करने की मांग की।

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