प्रीमियम स्वत: कटने से पहले किसान करवाए फसल का बीमा

- नुकसान होने पर मिलेगी भरपाई जागरण संवाददाता फतेहाबाद गत दिनों भूना क्षेत्र में ओलावृि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 08:07 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 08:07 AM (IST)
प्रीमियम स्वत: कटने से पहले किसान करवाए फसल का बीमा
प्रीमियम स्वत: कटने से पहले किसान करवाए फसल का बीमा

- नुकसान होने पर मिलेगी भरपाई

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : गत दिनों भूना क्षेत्र में ओलावृष्टि होने से अगेती नरमे की फसल का भारी नुकसान हुआ। किसान को अब नुकसान की भरपाई भी नहीं मिलेगी। किसान का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रीमियम तो कटेगा ही। लेकिन किसान अब खुद प्रीमियम फसल के अनुसार कटवाएंगे तो उनको नुकसान होने पर मुआवजा भी मिलेगा। ऐसे में किसान नुकसान होने से पहले प्रीमियम अदा करें तो बीमा कंपनी उनके नुकसान की अदायगी करेंगी।

कृषि विभाग के अनुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा का चालू वित्त वर्ष के लिए नोटिफिकेशन जारी हो गया है। किसान अपने खेत में बोई गई फसल के अनुसार 29 जुलाई से पहले प्रीमियम कटवा लें। ये प्रीमियम वे फसल बोने के तुरंत बाद बैंक जाकर कटवाएं तो अधिक फायदा मिलता है। योजना के अनुसार कंपनी को फसल लगाने के बाद भी प्राकृतिक आपदा या जलभराव से नुकसान होता है तो उसकी भरपाई कंपनी को करनी होगी। गत दिनों भूना में ओलावृष्टि से किसी किसान की फसल खराब हुई है। उसने बीमा करवाया हुआ है तो वह भी मुआवजे का हकदार है।

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बीमा करवाएं या न करवाएं, बैंक में सूचना देना जरूरी

जो किसान अपनी फसल का बीमा करवाना चाहते हैं वे तो बैंक में संपर्क करते हुए बीमा भरे हीं। वहीं जो किसान बीमा नहीं करवाना चाहते, वे भी एक एप्लीकेशन बैंक अधिकारी को दें। बैंक अधिकारियों का कहना है कि ये खरीफ फसल के बीमा के लिए 29 जुलाई से पहले किसान सूचना दें। वहीं रबी के लिए 29 दिसंबर से पहले सूचना दें।

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प्रीमियम भरने के साथ वीडियो बनाने पर क्लेम मिलने के अधिक चांस

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसी किसान की फसल खराब होती है तो उसकी सूचना कृषि विभाग के अधिकारियों को 48 घंटे में देनी होती है। लेकिन किसान बेशक सूचना दे दे, लेकिन बीमा कंपनी व कृषि विभाग के कर्मचारियों की कमी के चलते वे घटना का मुआयना करने के लिए पांच से सात दिन बाद जाते हैं। ऐसे में फसल तो खराब हो जाती है। लेकिन जलभराव व ओलावृष्टि का उस दौरान तक सुबूत नहीं होता। ऐसे में किसान जलभराव व ओलावृष्टि से नुकसान होने पर वीडियो बना ले तो उसका अधिक लाभ मिलता है। कर्मचारी गलत रिपोर्ट बनाने पर उनके खिलाफ आसानी से कार्रवाई हो सकती है।

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सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार किसानों की ओर से भरे जाने वाले प्रीमियम प्रति हेक्टेयर

फसल का नाम नुकसान होने पर सहायता किसान से दिया प्रीमियम सरकार द्वारा प्रीमियम में अनुदान कुल प्रीमियम काटन 85622 4281 5993 10274 धान 88216 1765 5292 7057 बाजरा 41512 831 2905 3736 मक्का 44108 882 4852 5734 गेहूं 67460 1011 2362 3373 जौ 44108 661 2867 3528 सरसों 4556 681 3405 4086 चना 33730 506 6240 6746 सूरजमुखी 45108 662 6836 7498 --------------

प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को वर्ष 2021-22 का नोटिफिकेशन जारी हो गया है। ऐसे में किसान अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसल का बीमा करवाएं। मेरा किसानों से आग्रह है कि वे बीमा फसल बोने के तुरंत बाद करवाएं। ताकि किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से नुकसान हो तो किसान को उसका मुआवजा मिल सके।

- डा. राजेश सिहाग, उपनिदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।

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