चक्रवाती तूफान का दिखा असर, दिनभर छाए रहे बादल, आज आंधी व बरसात की संभावना
जागरण संवाददाता फतेहाबाद अरब सागर में बने अति सीवियर साइक्लोन टाक्टे (चक्रवाती तूफान) व सं
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : अरब सागर में बने अति सीवियर साइक्लोन टाक्टे (चक्रवाती तूफान) व संभावित पश्चिमी विक्षोभ का असर मंगलवार को देखने को मिला। सुबह से ही काले बादल छाए रहे। हालांकि जिले में कहीं भी बरसात या बूंदाबांदी नहीं हुई है। लेकिन मौसम विशेषज्ञों की माने तो जिले में इसका असर 19 मई को देखने को मिलेगा। ऐसे में बुधवार यानि आज तेज आंधी के साथ हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो 16 मई रात्रि को ताउते साइक्लोन ने अति सीवियर साइक्लोन का रूप धारण कर लिया व यह उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ आगे बढते हुए गुजरात के तटों से आगे बढ़ते हुए प्रदेश में प्रवेश कर गया है। इस अरब सागर में आए चक्रवाती तूफान ताउते के कारण हरियाणा राज्य की तरफ बढ़ने व एक संभावित पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य में 20 मई के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में तेज हवाओं व गरजचमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश व कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना है। इस वेदर सिस्टम का प्रभाव 21 मई को कम हो जाने की संभावना है। मौसम विभाग ने जो अलर्ट जारी किया है उनके अनुसार फतेहाबाद में 19 मई को इसका असर देखने को मिलेगा और 40-50 किमी प्रति घंटे के हिसाब से तेज हवाएं चलने के साथ बरसात हो सकती है। बरसात से होगा फायदा
गांव धांगड़ के किसान रामस्वरूप, महेंद्र, सुरजीत सिंह व विजय सिंह ने बताया कि अगर इस समय बरसात होती है तो फसलों को फायदा होगा। जिले में नरमे की बिजाई लगभग पूरी हो गई। केवल पांच फीसद किसानों ने पिछले दिनों नरमे की बिजाई की थी। नरमे की बिजाई करने का समय 15 मई तक होता है। ऐसे में बरसात इन फसलों के लिए फायदेमंद होगी। अगले महीने में धान की रोपाई भी शुरू हो जाएगी। अगर अच्छी बरसात होती है तो धान की रोपाई के लिए किसान जमीन को तैयार कर सकते है। ये बरतें सावधानी
-अगले तीन दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना को देखते हुए नरमे व अन्य खरीफ फसलों की बिजाई 21 मई तक रोक ले।
-जब मौसम साफ हो तभी नरमे आदि फसलों की बिजाई करे।
- गेहूं की तूड़ी व घर में खुले में पड़े अनाज को ढक ले व सुरक्षित स्थानों पर अवश्य रख लें।
-सब्जियों, बागों व खड़ी फसलों में सिचाई व रासायनिक छिड़काव अगले तीन दिन अवश्य रोक ले।
-बारिश की संभावना को देखते हुए फसलों व सब्जियों में जल निकास का उचित प्रबंध करे।
-आंधी की संभावना को देखते अपनी सुरक्षा भी रखे। अरब सागर में बने अति सीवियर साइक्लोन टाक्टे (चक्रवाती तूफान) व संभावित पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल रहा है। मंगलवार सुबह से ही मौसम बदला हुआ है। ऐसे में आगामी 21 मई तक इसका असर देखने को मिलेगा। तेज आंधी के साथ कहीं पर तेज तो कहीं पर मध्यम बरसात होने की संभावना है। ऐसे में किसान नरमें की बिजाई आदि रोक दे ताकि उन्हें आर्थिक नुकसान ना उठाना पड़े।
डा. मदन खीचड़, विभागाध्यक्ष कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार।