गर्मी के दिनों में नहरों पर किशारों का लगा जमावड़ा, स्वजन हैं अनजान
चिलचिलाती गर्मी के चलते किशोर व युवा वर्ग नहरों व तालाबों में नहाते समय अनहोनी का शिकार बन रहे हैं। ऐसे में उनके माता-पिता व अभिभावकों को अपने बच्चों को नहर के साथ-साथ अन्य नहरों व तालाबों में नहाने के लिए न जानें दिया जाए। जब ये बच्चे नदियों-नहरों व तालाबों आदि में नहाते हैं तो अक्सर अनहोनी हो जाती है और वे पानी में डूब जाते हैं और ऐसे हादसों का शिकार हो जाते है जिससे घर के इकलौते बच्चे काल के मुंह में जा समाते हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अभिभावकों को सचेत होना पड़ेगा क्योंकि बच्चे देश का भविष्य हैं और उनकी रक्षा हर कीमत पर की जानी चाहिए तथा बच्चों को भी इस संदर्भ में गहनता से समझाना चाहिए।
संवाद सहयोगी, टोहाना :
चिलचिलाती गर्मी के चलते किशोर व युवा वर्ग नहरों व तालाबों में नहाते समय अनहोनी का शिकार बन रहे हैं। ऐसे में उनके माता-पिता व अभिभावकों को अपने बच्चों को नहर के साथ-साथ अन्य नहरों व तालाबों में नहाने के लिए न जानें दिया जाए। जब ये बच्चे नदियों-नहरों व तालाबों आदि में नहाते हैं तो अक्सर अनहोनी हो जाती है और वे पानी में डूब जाते हैं और ऐसे हादसों का शिकार हो जाते है, जिससे घर के इकलौते बच्चे काल के मुंह में जा समाते हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अभिभावकों को सचेत होना पड़ेगा, क्योंकि बच्चे देश का भविष्य हैं और उनकी रक्षा हर कीमत पर की जानी चाहिए तथा बच्चों को भी इस संदर्भ में गहनता से समझाना चाहिए।
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नहरों पर लग रहा जमावड़ा
बच्चों के माता-पिता व अभिभावकों को अपने बच्चों को ऐसी जगहों पर जाने से रोका जाना चाहिए, क्योंकि इस तरह की घटित अनहोनी से परिवार को होने वाली भारी क्षति को कभी पूरा नहीं किया जा सकता। कई बच्चे व युवा नहरों पर अन्य बच्चों के साथ जाकर जानलेवा स्टंट करते है, जिससे मौत का भय बना रहता है। बच्चों द्वारा इस प्रकार के जानलेवा स्टंट किये जाने से इसका खामियाजा अभिभावकों को भुगतना पड़ता है। ऐसे हादसों को रोकने के लिए हमें स्वयं जागरूक होने की जरूरत है। जबकि सिचाई विभाग एवं जल सेवाएं मंडल द्वारा भी नहरों के किनारों पर लोगों एवं बच्चों द्वारा नदियों एवं नहरों में नहाने से रोकने एवं मनाही के सूचना पट्ट लगाने चाहिए।
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बच्चों के अभिभावकों को अपने बच्चों पर विशेष तौर पर निगाह रखनी चाहिये, जबकि उन्हें नहर या तालाब में नहाने से भी रोका जाना चाहिए। मौजूदा समय में इकलौती संतान जब इस प्रकार के हादसों का शिकार हो जाती है तो उनके अभिभावकों को ताउम्र उसकी पीड़ा सताती रहती है। इसलिए अभिभावकों को इसके लिए स्वयं जागरूक होना पड़ेगा।
-नवजोत सिंह ढिल्लो, गो सेवक टोहाना।
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नहरों में नहाना गलत है। मेरी तो स्वजनों से अपील है कि वो अपने बच्चों को नहरों पर ना भेजें।
बिरम सिंह, डीएसपी टोहाना।