72 घंटे में एक बार ही होगी पेयजल की सप्लाई

कस्बे के मुख्य जलघर को पानी की सप्लाई करने वाली भूना माइनर के नीचे से पाइपलाइन गुजारे जाने की प्रक्रिया के कारण इस नहर का बड़ा हिस्सा तोड़ा गया है। जिसके चलते माइनर भी बंद करवानी पड़ी। ऐसे में अब भूना कस्बे के विभिन्न वार्डो में 72 घंटे बाद पेयजल की सप्लाई संभव हो पाएगी। गर्मी का मौसम शुरू होती ही पेयजल किल्लत से आमजन को गुजरना पड़ेगा। समस्या अगले 15 दिन तक बरकरार रह सकती है। जन स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से सहयोग की अपील भी की है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 07:26 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 07:26 AM (IST)
72 घंटे में एक बार ही होगी पेयजल की सप्लाई
72 घंटे में एक बार ही होगी पेयजल की सप्लाई

संवाद सूत्र, भूना :

कस्बे के मुख्य जलघर को पानी की सप्लाई करने वाली भूना माइनर के नीचे से पाइपलाइन गुजारे जाने की प्रक्रिया के कारण इस नहर का बड़ा हिस्सा तोड़ा गया है। जिसके चलते माइनर भी बंद करवानी पड़ी। ऐसे में अब भूना कस्बे के विभिन्न वार्डो में 72 घंटे बाद पेयजल की सप्लाई संभव हो पाएगी। गर्मी का मौसम शुरू होती ही पेयजल किल्लत से आमजन को गुजरना पड़ेगा। समस्या अगले 15 दिन तक बरकरार रह सकती है। जन स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से सहयोग की अपील भी की है।

बता दें कि भूना के मुख्य जलघर को पानी की सप्लाई खैरी रोड पर स्थित भूना माईनर के माध्यम से की जा रही है। कितु अब हाल ही में भूना की सप्लाई के लिए खैरी रोड पर इसी माईनर से करीब दो किलोमीटर दूर भाखड़ा की बड़ी नहर से जोड़े जाने की कवायद शुरू कर दी गई है। जिसकी भूमिगत पाइपलाइन भी बिछाए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। उक्त पाइपलाइन भूना माईनर से होकर ही गुजरनी है। जिसके चलते माइनर का बड़ा हिस्सा तोड़ा गया है और पाईप लाइन गुजारी गई है। जेसीबी से खोदाई कार्य जोरों शोरों पर शुरू कर दिया गया है। लेकिन इसी प्रक्रिया के बीच भूना माइनर बंद करनी पड़ी है। जिसके चलते भूना के जलघर के लिए होने वाली पानी की सप्लाई प्रभावित हुई है। ऐसे में मुख्य जलघर में पानी का जो स्टॉक है, उसी से काम चलाना होगा। भूना के मुख्य जलघर में पानी का भंडारण कम होने के कारण कस्बे में तीसरे दिन पानी की सप्लाई की जाएगी, ताकि व्यवस्था बनी रहे।

-------------------------------------

18 अप्रैल को आना था नहरी पानी

पिछले करीब एक माह से बंद पड़ी नहर में पानी 18 अप्रैल को छोड़ा जाना था। लेकिन इससे ठीक दो दिन पूर्व भाखड़ा नहर से जोड़े जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसके चलते नहर की मरम्मत होने तक नहर में पानी छोड़ा जाना संभव नहीं है। उधर पाइपलाइन बिछाए जाने में भी 10 दिन का समय लग सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगले 15 दिन तक उपभोक्ताओं को 72 घंटे में एक बार पानी की सप्लाई मिल सकेगी।

chat bot
आपका साथी