डेंगू का कहर: रविवार को 12 नए केस मिले, आंकड़ा पहुंचा 928 पर

जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले में डेंगू का प्रकोप रूकने का नाम नहीं ले रहा है। हर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 10:49 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 10:49 PM (IST)
डेंगू का कहर: रविवार को 12 नए केस मिले, आंकड़ा पहुंचा 928 पर
डेंगू का कहर: रविवार को 12 नए केस मिले, आंकड़ा पहुंचा 928 पर

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

जिले में डेंगू का प्रकोप रूकने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन नए केस आ रहे है। लेकिन राहत ये है कि पिछले डेढ़ महीने के बाद रविवार को ऐसा दिन रहा जब 15 से कम केस आए। रविवार को जिले में 12 नए केस आए और अब आंकड़ा 928 तक पहुंच गया हैं। लेकिन आंकड़ों में बेशक मरीज कम है लेकिन हकीकत इससे परे है। आज भी हर गांव में मरीज मिल जाएंगे। लेकिन सबसे अधिक पूरा हाल तो शहरों का है। पहले बीमारियों गांवों में फैलती थी। ऐसे में सवाल उठता है कि स्वास्थ्य विभाग का ढांचा सबसे मजबूत शहरों में होता है और यहां पर डेंगू के मरीजों ने रिकार्ड ही तोड़ दिया।

डेंगू के सबसे अधिक मामले फतेहाबाद शहर में आए है। जबकि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन का मुख्य कार्यालय होने के बावजूद यहां पर केस कम नहीं हुए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो 75 शहरों में तो 25 प्रतिशत मरीज गांवों में आए हैं। लेकिन जो आंकड़ा सबसे परेशान कर रहा है वो फतेहाबाद शहर का आंकड़ा है। अब तक शहर से 550 मामले डेंगू के आए हैं वो भी पिछले डेढ़ महीने में। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग यह जान नहीं पाया है कि डेंगू रोकने के लिए क्या किया जाए।

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नागरिक अस्पताल में प्लेट्लेटस तक की सुविधा नहीं

करीब दो साल पहले जिला अस्पताल को प्लेट्लेटस की मशीन मिली थी। लेकिन उसके बाद कोरोना संकट आ गया और इस मशीन को अग्रोहा वापस भेज दिया गया। ऐसे में अब जिले में डेंगू का संकट पैदा हो गया है। डेंगू में प्लेट्लेट्स कम हो जाते है ऐसे में रक्त से प्लेट्लेटस अलग करने की जरूरत होती है ऐसे में मशीन से किया जाता है, लेकिन फतेहाबाद के जिला अस्पताल में यह सुविधा नहीं है। ऐसे में मरीजों के स्वजनों को प्लेटलेट्स भी प्राइवेट अस्पतालों से लेकर आने पड़ रहे है। शहरों में डेंगू फैलने का मुख्य कारण इस बार बरसात अधिक होना माना जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग को जो अभियान 20 दिन पहले चलाना चाहिए था वो बाद में चलाया गया है। अगर समय रहते डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाता तो कूलरों व गमलों में जमा लार्वा को नष्ट किया जा सकता था। अब टीमें सर्वे कर रही हैं। लेकिन अब केवल कुछ ही घरों में लार्वा मिल रहा है। ऐसे में लोगों को भी सचेत होना पड़ेगा तभी इस बीमार से राहत मिल सकेगी।

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इन आंकड़ों पर डालें नजर

जिले में अब तक मिले मरीज : 928

रविवार को मिल नए केस : 12

नोटिस जारी किया गया : 12

जिले में अब मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए : 170

अस्पताल में भर्ती मरीज : 22

अब तक अस्पताल से डिस्चार्ज हुए : 148

स्वास्थ्य विभाग ने लिए अब तक सैंपल : 3494 अब जाने बुधवार को कितने जगह की जांच और कहां मिला लार्वा

कहां की जांच कितनी की लार्वा मिला

घरों की जांच 700 12

कूलर की जांच 190 00

पानी टैंक की जांच 570 06

पानी होदी की जांच 210 01

गमलों की जांच 614 02

बाहर पड़े पानी की जांच 55 00 पिछले छह सालों में डेंगू व मलेरिया के ये मिले थे मरीज

वर्ष डेंगू मरीज मलेरिया मरीज

2015 189 992

2016 38 368

2017 419 107

2018 56 02

2019 29 05

2020 35 04

2021 928 02 अब तक

नोट: चिकनगुनिया के अब तक पांच मरीज मिल चुके है। जिले में डेंगू के केस आए तभी से अभियान चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम अभी भी लगी हुई है। इस बार शहरों में डेंगू के केस अधिक आए है। अब फागिंग पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। नगरपरिषद व नगरपालिका की टीम भी फोगिग कर रही है। लोगों से अपील की कि अपने आसपास पानी इकट्ठा न होने दे।

डा. हनुमान सिंह, डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद।

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