जलभराव से डेढ़ लाख एकड़ में फसल खराब, 12 हजार से अधिक किसानों ने किया आवेदन

जागरण संवाददाता फतेहाबाद सितंबर महीने में हुई रिकार्ड बारिश से किसानों की खरीफ फ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 09:58 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 09:58 PM (IST)
जलभराव से डेढ़ लाख एकड़ में फसल खराब, 12 हजार से अधिक किसानों ने किया आवेदन
जलभराव से डेढ़ लाख एकड़ में फसल खराब, 12 हजार से अधिक किसानों ने किया आवेदन

जागरण संवाददाता फतेहाबाद :

सितंबर महीने में हुई रिकार्ड बारिश से किसानों की खरीफ फसल खराब हो गई। इससे किसान हताश है। लेकिन उनकी निराशा को कुछ हद तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना दूर करने में कामयाब हुई है। किसानों को इसी योजना से बड़ी उम्मीद है। जलभराव से खराब हुई फसल से किसानों को लग रहा है कि इस बार तो मुआवजा मिलेगा। तभी तो जिले के अब तक 12 हजार से अधिक बीमित किसान मुआवजे के लिए आवेदन कर चुके है।

रविवार को कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. राजेश सिहाग के विशेष निर्देश पर खंड कार्यालयों में कर्मचारियों ने किसानों के आवेदन लिए। अब उन आवेदनों की जांच के लिए सोमवार से अधिकारी फिल्ड में उतरेंगे। जिन्हें आगामी 14 दिनों तक रिपोर्ट तैयार करके संबंधित अधिकारियों को देनी है। रिपोर्ट तैयार करने में बीमा कंपनी के कर्मचारी भी कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ रहेंगी।

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जिनका बीमा नहीं, उन्हें मिलेगा विशेष गिरदावरी के तहत सहायता :

जिन किसानों की फसल खराब तो हो गई, लेकिन उन्होंने अपनी फसल का बीमा नहीं करवाया हुआ था। उन किसानों को लाभ देने के लिए प्रदेश सरकार ने विशेष गिरदावरी करने के आदेश दिए है। इसमें पटवारी गांव का सर्वे करते हुए सरकार को रिपोर्ट भेजते है। जिसके आधार पर सरकार किसानों को सहायता देती। ऐसे में जिन किसानों की फसल खराब हो गई। वे किसान अपने गांव के पटवारी से संपर्क करे, ताकि उन्हें योजना का लाभ मिल सकें।

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जल्द हुआ सर्वे तो मिलेगा लाभ :

बीमा कंपनी के अधिकारी सही से बीमा करते है तो इसका पूरा लाभ किसानों को मिलेगा। इसके लिए जरूरी है कि कृषि विभाग के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी सही से निगरानी करें। तभी इसका लाभ मिल पाएगा। गत वर्ष करीब 20 करोड़ रुपये उन किसानों को आवंटित हुए थे। जिन किसानों की फसल जलभराव व ओलावृष्टि से नष्ट हुई।

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एक एकड़ कपास का बीमा करवाने के लिए दिए है 6 हजार रुपये भरे थे प्रीमियम :

जो फसलें खराब हुई है। उसमें बीमित फसल में कपास अधिक है। कपास की एक एकड़ का बीमा करीब 6 हजार रुपये में होता है। इसके लिए करीब 1640 रुपये किसान ने भरे है। बाकि रुपये केंद्र व राज्य सरकार ने दिए है। ऐसे में इतना बीमा राशि भरने के बाद भी किसान की फसल खराब होने पर बीमा मिलना जरूरी है।

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किसानों के लिए राहतभरी है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना : सिहाग

किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बेहतरीन योजना साबित हुई है। इससे किसानी अब जोखिम फ्री हो गई। जिन किसानों की फसल जलभराव से खराब हुई है। उसको हर हाल में बीमा मिलेगा। किसानों के क्लेम के लिए आवेदन करने के बाद बीमा कंपनी व कृषि विभाग के अधिकारी सर्वे कर रहे है। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

- डा. राजेश सिहाग, उपनिदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।

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