डीसी ने की चिह्नित अपराध योजना की समीक्षा, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

जागरण संवाददाता फतेहाबाद उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने पुलिस व न्यायवादी विभाग से क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 08:41 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 08:41 AM (IST)
डीसी ने की चिह्नित अपराध योजना की समीक्षा, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
डीसी ने की चिह्नित अपराध योजना की समीक्षा, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने पुलिस व न्यायवादी विभाग से कहा है कि वे एनडीपीएस सहित कोर्ट में चल रहे केसों पर तकनीकी पहलुओं का अध्ययन कर पैरवी करें, ताकि अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाई जा सके। उपायुक्त डा. बांगड़ मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित एनआइसी के वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम में ऑनलाइन माध्यम से अधिकारियों के साथ चिहित अपराध योजना की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मामलों से संबंधित बचाव साक्ष्य और तकनीकी कानूनी पहलुओं बारे विचार विमर्श किया गया। उपायुक्त डा. बांगड़ ने कहा कि नियमानुसार संबंधित अधिकारी अपराध योजना के लिए उचित कानूनी कार्रवाई अमल में लाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा चिहित अपराधों के गवाहों व आरटीआइ एक्टीविस्ट को सहायता मुहैया करवाई जाती है, इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही व कौताही न बरतें। मामले जो चिन्हित अपराध योजना व आरटीआइ एक्टीविस्ट के तहत आने वाले मामलों की पुलिस विभाग पूरी गहनता से जांच कर रिपोर्ट तैयार करें। ऐसे मामलों की जांच संबंधित पूरी प्रक्रिया की रिपोर्ट बारे कमेटी के समक्ष अवश्य अवगत करवाया जाए। तकनीकी पहलुओं और साक्ष्यों को पैरवी के दौरान मजबूत तरीके से रखे जाएं। उपायुक्त ने कहा कि अकसर यह देखने में आता है कि कोर्ट में केस की मजबूत पैरवी न होने के कारण अपराधी बच जाते हैं। साक्ष्यों के अभाव और कमजोर पैरवी के कारण ये केस न्यायालय में टिक नहीं पाते। इसलिए कानूनी तकनीकी और विभिन्न प्रकार के केसों में साक्ष्यों के बचाव और उनकी सुरक्षा तथा कानूनी पहलुओं द्वारा मजबूत पैरवी संबंधित अधिकारियों द्वारा की जानी चाहिए।

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