लापरवाही की भेंट चढ़ रही सीएम स्कूल सौंदर्यकरण प्रतियोगिता
मुकेश खुराना फतेहाबाद सरकारी स्कूलों के प्रति आम जनता का नजरिया बदलने के लिए शुरू क
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
सरकारी स्कूलों के प्रति आम जनता का नजरिया बदलने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण प्रतियोगिता में विभागों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पांच विभागों की जिम्मेदारी तय होने के बाद बावजूद किसी ने भी इस प्रतियोगिता को करवाने की रुचि नहीं दिखाई है। अक्टूबर माह में जिस जिला स्तरीय प्रतियोगिता को संपन्न करवाकर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए नाम भेजे जाने थे वहां अभी तक खंड स्तरीय प्रतियोगिता को करवाने की तैयारी ही शुरू नहीं हुई है। जबकि शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पांचों विभाग को अप्रैल माह में तय समय पर प्रतियोगिताएं करवाने के निर्देश जारी कर दिए गए थे, लेकिन शिक्षा विभाग ने अभी तक स्कूलों से खंड स्तर प्रतियोगिता के लिए आवेदन नहीं लिए हैं।
शिक्षा विभाग के अलावा चार अन्य विभागों ने भी कोई पहल नहीं की है जबकि प्राइमरी, माध्यमिक, उच्च, उच्चतर स्कूल अपनी तैयारियां करके शिक्षा विभाग के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
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फर्जीवाड़ा रोकने के लिए तय किया गया शेडयूल :
शिक्षा विभाग निदेशालय ने मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण में होने वाले फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए इस बार अप्रैल माह में शेडयूल जारी कर दिया था, इसके अनुसार खंड स्तर पर प्रतियोगिता को 1 जुलाई से 31 अगस्त तक संपन्न करवाना था, इसमें चयनित स्कूल को सितंबर माह में सम्मानित करना था, इसके अलावा जिला स्तर पर प्रतियोगिता को 1 सितंबर से 31 अक्टूबर तक संपन्न करवाना था और चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कूल को एक नवंबर को हरियाणा दिवस पर सम्मानित किया जाना था। शिक्षा विभाग हमेशा प्रतियोगिता को जनवरी माह में संपन्न करवाता और 10 दिन के अंदर ही खंड स्तर से जिला स्तर तक प्रतियोगिता संपन्न करवा देता है। इसको लेकर कई बार चहेते स्कूलों को लाभ देने के आरोप लग चुके हैं।
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ये है पुरस्कार राशि :
खंडस्तरीय - 50 हजार रुपये
जिलास्तरीय - 1 लाख
राज्यस्तरीय - 5 लाख
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इन विभागों की तय हुई है जिम्मेदारी
जिला स्तरीय
सदस्य पद
अतिरिक्त उपायुक्त अध्यक्ष
जिला वन अधिकारी सदस्य
कार्यक्रम अधिकारी सदस्य
जिला शिक्षा अधिकारी सदस्य
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सदस्य
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प्रतियोगिता होनी थी, लेकिन अभी तक स्कूलों को इस संबंध में निर्देश जारी नहीं किए हैं। इसके पीछे मुख्य कारण चुनाव होना है। इस वजह से व्यस्त होने के कारण प्रतियोगिता नहीं करवा पाए। जल्द ही स्कूलों को निर्देश जारी कर प्रतियोगिताएं करवा दी जाएंगी।
- दयानंद सिहाग
जिला शिक्षा अधिकारी