आज और कल बारिश की संभावना, 21 से शुष्क मौसम
पिछले दिनों से चल रही पश्चिमी हवाओं से मानसून आगे नहीं बढ़ रहा है। वहीं अब एक पश्चिमी विक्षोभ के चलते फिर से बारिश की संभावना बनी है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार व रविवार को बारिश की पूरी संभावना है। ऐसे में बारिश होती है तो फसलों को पूरा फायदा मिलेगा।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
पिछले दिनों से चल रही पश्चिमी हवाओं से मानसून आगे नहीं बढ़ रहा है। वहीं अब एक पश्चिमी विक्षोभ के चलते फिर से बारिश की संभावना बनी है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार व रविवार को बारिश की पूरी संभावना है। ऐसे में बारिश होती है तो फसलों को पूरा फायदा मिलेगा।
मौसम विज्ञान विभाग हिसार के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव व राजस्थान के ऊपर बने एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण राज्य में मौसम 21 जून तक परिवर्तनशील रहने का अनुमान है। प्रदेश के उत्तरी व पश्चिमी क्षेत्रों में 19 व 20 जून को कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद 21 जून से मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है।
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शुक्रवार को बढ़ी उमस से हुई परेशानी
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहा। इस दौरान बढ़ी हुई उमस से बड़ी परेशानी हुई। कम तापमान होने के बाद उमस ने आमजन को बड़ा परेशान किया। अब मौसम विभाग के अनुसार दो दिन बारिश होती है है तो एक बार फिर से बढ़ी हुई गर्मी से राहत मिलेगी।
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हिसार फीडर पर पांच घंटे बाधित रही बिजली :
भट्टू रोड स्थित 33 केवी बिजलीघर से निकलने वाले हिसार फीडर पर बिजली सप्लाई 5 घंटे तक बाधित रही। फीडर पर तकनीकी फाल्ट आ जाने से बिजली सप्लाई सुबह 11 बजे से लेकर शाम के 4 बजे तक बाधित रही। इससे शहरवासियों की परेशानी बढ़ गई। हिसार फीडर से बिजली सप्लाई ताऊ देवीलाल मार्केट, पुराना बस स्टैंड भूना मोड, नई सब्जी मंडी के क्षेत्र में होती है। ऐसे में बिजली सप्लाई बाधित होने पर रोड के दुकानदारों के अलावा आमजन को बड़ी परेशानी हुई।
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15 जून से आगे नहीं बढ़ा मानसून :
एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण अधिक उंचाई वाली पश्चिमी हवाओं के चलने से बंगाल की तरफ से आने वाली नमी वाली पुरवाई मानसूनी हवाओं की सक्रियता को कम कर दिया है जिससे मानसून की उत्तरी सीमा 15 जून से आगे नही बढ़ पा रही है। जो पहले 25 जून तक हरियाणा में मानसून आने का अनुमान था। अब 30 जून के करीब बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है।
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मौसम आधारित कृषि सलाह :
1.नरमा, कपास व सब्जियों के खेतों में आवश्यकतानुसार निराई गुड़ाई कर नमी संचित करें।
2. ग्वार, बाजरा व अन्य खरीफ फसलों के लिए खेत तैयार कर उत्तम किस्मों के बीजों का प्रबंध करें। बिजाई करते समय बदलते मौसम का ध्यान अवश्य रखे।
3. धान की नर्सरी में आवश्यतानुसार सिचाई व खाद प्रबंधन अवश्य करे।
4. धान लगाने के लिए अच्छी तरह से खेत तैयार कर नमी संचित करे । यदि पानी उपलब्ध हो तो धान लगाना शुरू करे।
5. यदि नर्सरी में पीलापन आये तो 0.5 फीसद जिकसल्फेट, 0.5 फीसद फेरससल्फेट व 2.5 फीसद यूरिया का घोल बनाकर छिड़काव करे। यह छिड़काव आवश्यकतानुसार 4-5 दिनों के अंतराल पर दोहराएं 7
6. धान में बकानी रोग से बचाव के लिए बचाव के लिए पनीरी को उखाड़ने से 7 दिन पहले 250 ग्राम कार्बेंडाजिम प्रति आधा कनाल नर्सरी क्षेत्र में रेत में मिलाकर पनीरी में एक सार बिखेर दें। पनीरी को खड़े पानी में ही उखाड़ें।
------------------------ राजस्थान के ऊपर बने एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण राज्य में मौसम 21 जून तक परिवर्तनशील रहने का अनुमान है। इस दौरान प्रदेश के उत्तरी व पश्चिमी क्षेत्रों में 19 व 20 जून गरज-चमक व तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की संभावना है।
- एमएल खिचड़, विभागाध्यक्ष, मौसम विज्ञान विभाग, एचएयू।