भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा भट्टूकलां जलघर, उच्चस्तरीय जांच की मांग

भट्टूकलां में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा जनता के खून-पसीने के करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया जलघर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। अभी इस जलघर को शुरू भी नहीं किया गया था कि पहली ही बरसात में इस जलघर के निर्माण में बरती गई सामग्री की गुणवत्ता की पोल खुल गई। बरसात के चलते जलघर के एक टैंक की करीब 400 फुट दीवार ढह गई और लोगों का पैसा पानी में डूब गया। भट्टू क्षेत्रवासियों ने जलघर का निरीक्षण कर इसके निर्माण में लगी सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाए और सरकार से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:00 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:00 PM (IST)
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा भट्टूकलां जलघर, उच्चस्तरीय जांच की मांग
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा भट्टूकलां जलघर, उच्चस्तरीय जांच की मांग

संवाद सूत्र, भट्टूकलां :

भट्टूकलां में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा जनता के खून-पसीने के करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया जलघर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। अभी इस जलघर को शुरू भी नहीं किया गया था कि पहली ही बरसात में इस जलघर के निर्माण में बरती गई सामग्री की गुणवत्ता की पोल खुल गई। बरसात के चलते जलघर के एक टैंक की करीब 400 फुट दीवार ढह गई और लोगों का पैसा पानी में डूब गया। भट्टू क्षेत्रवासियों ने जलघर का निरीक्षण कर इसके निर्माण में लगी सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाए और सरकार से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

जलघर का निरीक्षण करने पहुंचे आप नेता लक्ष्य गर्ग व विकास सिगला, मंडी से विजय जिदल, राजेश गोयल, दीपक गोयल, दीपक भाम्भू, जगदीश सोनी आदि ने कहा कि भट्टू में हुडा सेक्टरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा करीब 7 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर इस जलघर का निर्माण करवाया गया है। जलघर में दो बड़े टैंक बनाए गए हैं। एक टैंक के फर्श पर तो शुरू में ही दरारें आने शुरू हो गई थी। वहीं दूसरे टैंक की दीवार अब बरसात में धराशायी हो गई। इस जलघर का शिलान्यास फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम द्वारा किया गया था। इन लोगों ने जलघर के निर्माण में निम्न स्तर की सामग्री लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों, इंजीनियरों व ठेकेदार ने मिलीभगत कर इसके निर्माण में बड़ा घपला किया है। जिस जलघर को हुडा सेक्टरवासियों को पानी पिलाना था, उसने जनता के करीब 7 करोड़ रुपये को पानी में मिला दिया। शुरू होने से पहले ही बरसात के कारण इसकी दीवार ढह गई। यही नहीं, इस जलघर के निर्माण में हर स्तर पर चाहे वह मशीनरी हो, भ्रष्टाचार किया गया है। इन लोगों ने कहा कि एक ओर सूबे के मुख्यमंत्री जीरो टालरेंस की बात करते हैं वहीं ऐसा कोई प्रोजेक्ट नजर नहीं आता, जिसमें भ्रष्टाचार की बू न आती हो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में जनता के साथ धोखा आम बात हो गई है। उन्होंने सरकार से भट्टू जलघर निर्माण में हुई धांधली की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

chat bot
आपका साथी