आशा वर्करों ने दी हड़ताल आगे बढ़ाने की चेतावनी
आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा के आह्वान पर 21 जुलाई 2018 को मुख्
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा के आह्वान पर 21 जुलाई 2018 को मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत में मांगों के बारे में हुई सहमति का नोटिफिकेशन लागू करवाने सहित अनेक मांगों को लेकर मंगलवार को आशा वर्कर्स हड़ताल पर रहीं। आशा वर्करों ने फतेहाबाद में सीएमओ कार्यालय के बाहर धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और रोष जताया। धरने की अध्यक्षता आशा वर्कर्स यूनियन की जिला प्रधान शीला शक्करपुरा ने की व संचालन सुमन धारनियां व सोमवती शेखुपुर ने किया। धरने के माध्यम से आशा वर्करों ने कोविड-19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4 हजार रुपये तथा कोविड-19 के लिए दिए जा रहे 1000 रुपये प्रोत्साहन राशि का 50 प्रतिशत आशा वर्करों को देने की मांग की। धरने को संबोधित करते हुए शीला व सुमन ने कहा कि आशा वर्कर घर-घर जाकर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं। फिर भी वर्करों के प्रति सरकार का रवैया ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने 13 अगस्त तक उनकी मांगों व समस्याओं का समाधान नहीं किया तो वे हड़ताल को आगे बढ़ाने पर मजबूर होंगी। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स को हैल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए। जब तक उनको पक्का कर्मचारी नहीं किया जाता, तब तक हरियाणा सरकार उन्हें न्यूनतम वेतन दे। इसके अलावा 8 एक्टिविटी का काटा गया 50 प्रतिशत भी तुरंत वापस लागू किया जाए। गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना की शिकार आशाओं को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए। डिलीवरी का मानदेय बिना किसी शर्त के दिया जाए। धरने को सीटू जिला सचिव ओमप्रकाश अनेजा, जिला कार्यवाह प्रधान मदन सिंह, संतोष किरढ़ान, राजबाला एमपी रोही, माया भट्टू, अनिता बड़ोपल, पूजा बनगांव, ममता भिरड़ाना आदि ने भी संबोधित किया।