लगातार बढ़ रहा प्रदूषण, जिले का एक्यूआइ 642 पहुंचा
जागरण संवाददाता फतेहाबाद दशहरा पर्व के बाद लगातार जिले की आबोहवा खराब हो रही ह
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
दशहरा पर्व के बाद लगातार जिले की आबोहवा खराब हो रही है। इस बार दशहरा पर्व पर जिलास्तर पर पुतला जलाने का कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ। लेकिन हर गली-मुहल्ले में पुतले जलाए गए थे। इसके बाद एकाएक प्रदूषण बढ़ गया जो लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तो दिन के समय धूप भी कम निकल रही है। ऐसे में धुएं का असर अधिक रह रहा है। शुक्रवार को पहली बार जिले का एयर क्वलिटी इंडक्स (एक्यूआइ) 642 दर्ज किया गया। लेकिन कुछ समय के बाद फिर राहत मिली। लेकिन जैसे-जैसे शाम होती गई फिर से एक्यूआइ बढ़ना शुरू हो गया है। दोपहर साढ़े तीन बजे तक एक्यूआइ 400 तक पहुंच गया जो निरंतर बढ़ रहा है। जिले में प्रदूषण बोर्ड का कोई केंद्र न होने के कारण सही डाटा भी नहीं मिल रहा है। हालांकि हुडा विभाग की तरफ से लघु सचिवालय की छत पर एक यंत्र लगाया गया है जिससे इंटरनेट की सहायता से प्रदूषण को मापा जा रहा है।
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किसानों को भरना होगा जुर्माना
पिछले साल की बात करे तो 481 एफआइआर दर्ज होने के साथ ही 1700 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। वहीं इन किसानों से रिकवरी भी की गई थी। इस बार पराली कम जल रही है लेकिन धुआं अधिक है। पुलिस कृषि विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर मामला दर्ज कर रही है। लेकिन अभी तक जुर्माना एक भी किसान ने नहीं भरा है। जिला प्रशासन की माने तो धान का समय पूरा होने के बाद इन किसानों से जुर्माना भरवाया जाएगा।
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215 किसानों पर दर्ज हो चुका है मामला
जिले में पिछले कुछ दिनों से किसान पराली में आग लगा रहे है। किसानों को कृषि अधिकारी समझा रहे है। लेकिन किसान उनकी बातों को अनसुना करते हुए पराली में आग लगा रहे है। शुक्रवार को पुलिस ने 16 किसानों पर मामला दर्ज किया है। जिले में अब तक 215 किसानों पर मामला दर्ज हो चुका है। जाखल पुलिस ने कृषि अधिकारी नरेंद्र कुमार की शिकायत पर पुलिस ने साधनवास के दो किसानों पर मामला दर्ज किया है। वही जाखल पुलिस ने जाखल के एक किसान पर मामला दर्ज किया है। इसके अला रतिया पुलिस ने कृषि अधिकारी सुरेंद्र की शिकायत पर गांव नथवाना के दो किसानों पर मामला दर्ज किया है। फतेहाबाद पुलिय ने एडीओ सुरेश कुमार की शिकायत पर गांव भिरडाना में पराली में आग लगाने पर पांच किसानों पर मामला दर्ज किया है। इसके अलावा रत्ताटिब्बा के एक किसान, दौलतपुर के एक किसान, भोड़ा के एक किसान, हुक्कमावाली के दो किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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पराली जलाने पर कितना है जुर्माना
2 एकड़ से कम भूमि : 2500 प्रति घटना
2 एकड़ से 5 एकड़ तक : 5000 प्रति घटना
5 एकड़ से अधिक भूमि: 15000 प्रति घटना
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शुक्रवार को ये रहा एक्यूआइ
सुबह साढ़े 7 बजे बजे : 491
सुबह साढ़े 8 बजे : 492
सुबह साढ़े 9 बजे : 642
सुबह साढ़े 10 बजे : 531
दोपहर साढ़े 12 बजे : 256
दोपहर साढ़े 3 बजे : 400
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अब एयर क्वालिटी में प्रदूषण की मात्रा
पीएम 10 : 310
पीएम 2.5 : 281
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अब जरा आंकड़ों पर डाले नजर
किसानों के खिलाफ दर्ज मामले : 215
जिले में पराली जलाने की मिली लोकेशन : 480
शुक्रवार को किसानों पर दर्ज हुए मामले : 16
जिले में कहां अधिक जल रही पराली : रतिया, टोहाना व जाखल, फतेहाबाद
पिछले साल कितनी दर्ज हुई थी एफआइआर: 481
पराली में आगजनी को रोकने के लिए कितने कर्मचारियों लगाई ड्यूटी: 500
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क्या है पीएम 2.5 व पीएम 10
पर्टिकुलेट मैटर यानि पीएम-10 ये वो कण हैं, जिनका व्यास 10 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होता है। ये कण हवा में आक्सीजन को प्रभावित करते हैं। जब इन कणों का स्तर वायु में बढ़ जाता है, तो सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन इत्यादि समस्याएं होने लगती है। पीएम-10 के स्तर का बढऩे का कारण आंधी के अलावा आगजनी, फैक्टरियों से निकलने वाला धुआं इत्यादि भी होता है।
:::पीएम 2.5::::
वे छोटे कण जिनका व्यास 2.5 माइक्रोमीटर या कम होता है। यह कण ठोस या तरल रूप में वातावरण में होते हैं। इसमें धूल, गर्द और धातु के सूक्ष्म कण शामिल हैं।
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अब जाने एयर क्वालिट कहां तक ठीक
एयर क्वालिटी कैसी है
1-100 अच्छी
100-200 ठीक-ठाक
200- 300 खराब
300-400 बहुत खराब
400- 500 खतरनाक
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मौसम में बदलाव आ रहा है इसका असर भी हो रहा है। प्रशासन की विभिन्न टीमें किसानों को समझाने में लगी हुई है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार पराली में आग कम लगी है। जो किसान नहीं मान रहे है उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।
डा. नरहरि सिंह बांगड़
उपायुक्त फतेहाबाद।