पानी निकासी के लिए 50 लाख रुपये की राशि स्वीकृत

एवं बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी पुख्ता प्रबंध करें और इस संबंध में अपडेट रहें। आबादी वाले क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति से तुरंत प्रभाव से पानी निकासी कर निपटा जाए। ये निर्देश उपायुक्त महावीर कौशिक ने अपने कार्यालय में राजस्व सिचाई जनस्वास्थ्य व संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित एक विशेष बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 10:00 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 10:43 PM (IST)
पानी निकासी के लिए 50 लाख रुपये की राशि स्वीकृत
पानी निकासी के लिए 50 लाख रुपये की राशि स्वीकृत

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

एवं बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी पुख्ता प्रबंध करें और इस संबंध में अपडेट रहें। आबादी वाले क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति से तुरंत प्रभाव से पानी निकासी कर निपटा जाए। ये निर्देश उपायुक्त महावीर कौशिक ने अपने कार्यालय में राजस्व, सिचाई, जनस्वास्थ्य व संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित एक विशेष बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला के सभी शहरों, कस्बों व गांवों में जलजमाव है तो तुरंत प्रभाव से पानी निकासी करें।

उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि पानी निकासी के लिए सरकार द्वारा जिला फतेहाबाद के लिए 50 लाख रुपये की राशि की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि जहां भी जनरेटर, पंपिग सिस्टम आदि उपकरण एवं संसाधनों की जरूरत है तो उसके उचित प्रबंध करें। जलजमाव की स्थिति से निपटने के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उपायुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आबादी वाले क्षेत्रों में पानी निकासी जल्दी से जल्दी करें और भविष्य में अधिकारी विशेष ध्यान दें कि बारिश से कहीं पर भी जलजमाव की स्थिति पैदा न हो, इसके लिए पानी निकासी की व्यवस्था को और अधिक सु²ढ़ किया जाए। शहर के संभावित जलजमाव वाले स्थानों को चिन्हित कर योजनाबद्ध ढंग से स्थाई समाधान करें। बरसात के पानी की निकासी तेजी से हो ताकि जलजमाव के कारण लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो।

उपायुक्त ने अधिकारियों व कर्मचारियों को जलजमाव समस्या का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए और भविष्य में बरसात के पानी से जलजमाव की समस्या न हो इसके लिए पुख्ता प्रबंध किए जाए। समस्या से निपटने के लिए सीवरेज व नालों की अच्छी तरह से सफाई के साथ-साथ जरूरी उपकरणों का प्रबंध सुनिश्चित करें और उपकरण चालू हालत में हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी जल निकासी कार्यों को प्राथमिकता के साथ करें और बरसाती पानी व सीवरेज की लाइनों को दुरुस्त किया जाए ताकि बरसाती पानी की निकासी सही तरीके से हो सके। उपायुक्त ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में शहरी स्थानीय निकाय विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग आपसी तालमेल कर पानी निकासी करें। गांवों में पंचायत विभाग, सिचाई विभाग पानी निकासी के प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर गठित कमेटी में शामिल सिचाई, जन स्वास्थ्य, पंचायत विभाग सहित संबंधित विभाग के अधिकारी जलजमाव की स्थिति से निपटने के लिए घनिष्ट तालमेल के साथ करें। समय-समय पर बाढ़ संभावित क्षेत्रों का भी दौरा करें।

इस दौरान सिचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्रोई, डीआरओ प्रमोद चहल, डीडीपीओ बलजीत सिंह चहल, जन स्वास्थ्य कार्यकारी अभियंता आदर्श सिगला, एसडीओ आशीष गर्ग सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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