टिड्डी से निपटने को प्रशासन अलर्ट

जिले के साथ लगते सिरसा जिले के ब्लॉक चौपटा व राजस्थान के भादरा कस्बे के अनेक गांवों में टिड्डी आने से भट्टू व फतेहाबाद ब्लॉक के किसान भयभीत हो गए। प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 07:28 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 07:28 AM (IST)
टिड्डी से निपटने को प्रशासन अलर्ट
टिड्डी से निपटने को प्रशासन अलर्ट

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

जिले के साथ लगते सिरसा जिले के ब्लॉक चौपटा व राजस्थान के भादरा कस्बे के अनेक गांवों में टिड्डी आने से भट्टू व फतेहाबाद ब्लॉक के किसान भयभीत हो गए। प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है। रविवार को कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने फील्ड में जाकर निरीक्षण किया। हालांकि जिले में कहीं भी टिड्डी दल नजर नहीं आया। वैसे जिला प्रशासन ने शनिवार को साथ लगते राजस्थान व सिरसा क्षेत्र में टिड्डी आने के चलते उक्त दोनों ब्लाक को हाई रिस्क जोन घोषित कर दिया। इसके लिए स्प्रे पंप व अन्य यंत्र भी तैयार कर लिए है।

विदित रहे कि इससे पहले गांव कुम्हारिया में टिड्डी की स्थानीय प्रजाती बड़ी संख्या में मिलने के बाद किसान परेशान है। कुम्हारिया में तो किसानों व पंचायत ने अपने स्तर पर स्प्रे करवाकर उसे निपट लिया। जिले में इसके अलावा गांव बड़ोपल व खासा पठान में भी टिड्डी जैसा कीट पहले दिखाई दे चुका है।

----------------------------

पूर्वायी हवा बचाएंगी हमले से :

जिले के किसानों के लिए सुखद बात यह रही कि जैसे ही टिड्डी दल जिले के निकटवर्ती गांवों में पहुंची तो हवा का रूख बदल गया। बादल छाने के साथ बारिश भी हुई। यदि पूर्वायी हवा न चलती तो टिड्डी दल बड़ी संख्या में फतेहाबाद जिले में प्रवेश करता। लेकिन हवा का रूख बदला तो टिड्डी दल वापस चली गई। इसकी वजह है कि टिड्डी दल हवा के अनुकूल उठान भरती है। जब तक पूर्वायी हवा चलेगी तब तक टिड्डी दल का हमला नहीं होगा।

------------------------

10 हजार प्रति हेक्टेयर अधिक आने पर खतरा :

कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक जिले में कहीं भी टिड्डी दल नहीं आया है, फिर भी सचेत है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि टिड्डी आने पर तुरंत प्रशासन व संबंधित एडीओ को इसकी सूचना दे। वही जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है। किसान फोन द्वारा अधिकारियों को सूचना दे सकते है। टिड्डी दल प्रति हेक्टेयर में कम से कम 10 हजार टिड्डी आए तभी वे फसल को नुकसान कर पाएंगी। इससे कम से नुकसान नहीं होता।

------------------------------

किसान स्थानीय कीट को समझ रहे टिड्डी :

पिछले दिनों भट्टूकलां के गांवों के साथ भूना के गांव खासा पठान, बड़ोपल व दरियापुर में भी किसान टिड्डी जैसे स्थानीय कीट को टिड्डी समझ कर भयभीत हो रहे है। कृषि विज्ञान केंद्र समन्वयक डा. सरदूल मान का कहना है कि जिस क्षेत्र में झाड़िया व आक के पौधे है वहां पर टिड्डी की तरह ही स्थानीय कीट होता है। यह फसल को टिड्डी की तरफ खराब नहीं करता। गत दिनों भी उन्होंने भूना व भट्टूकलां के दोनों जगह का निरीक्षण किया था। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। टिड्डी हजारों की संख्या में आती है। इतना ही नहीं यह शुष्क क्षेत्र में आती है। ऐसे में फतेहाबाद में इसकी आने की संभावना कम है।

-----------------------

कंट्रोल रूम बनाकर लगाई ड्यूटी

टिड्डी दल के हमले को देखते हुए प्रशासन ने पहले उचित व्यवस्था की जा सके। इसके लिए अधिकारियों के भी नाम व मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए थे। जिला में टिड्डी नियंत्रण के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डा. अनिल वीर सिंह को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिनका दूरभाष नंबर 87083-25893 है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग फतेहाबाद में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष नंबर 01667-231122 है। खंड फतेहाबाद में विषय विशेषज्ञ सुभाष चन्द्र 94667-28519 व खंड कृषि अधिकारी अनूप सिंह 94163-63787 से संपर्क कर सकते है। खंड भूना में सहायक गन्ना विकास अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद 94667-44007, भूना व खंड कृषि अधिकारी भूना रामफल नैन 93552-90700 की ड्यूटी लगाई गई है। खंड रतिया में विषय विशेषज्ञ रामेश्वर दास 94660-16452 व खंड कृषि अधिकारी सुभाष हुड्डा रतिया 98965-68320 के लिए ड्यूटी लगाई है। खंड भट्टूकलां में उपमंडल कृषि अधिकारी भीम सिंह फतेहाबाद 92152-25694 व खंड कृषि अधिकारी सतीश ज्याणी भट्टूकलां 94166-44922 की ड्यूटी लगाई है। खंड जाखल में विषय विशेषज्ञ संजय सेलवाल 94161-66218 व विषय विशेषज्ञ अजय ढिल्लो 98962-06599 की ड़्यूटी लगाई गई है। खंड टोहाना में उप मंडल कृषि अधिकारी मुकेश महला, टोहाना 92557-57697 इंचार्ज है। इन्हें टिड्डी आक्रमण बारे सूचना इन नंबरों पर दी जा सकती है।

----------------------------- घबराने की जरूरत नहीं : कुलड़िया

किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। जो अब तक जिले में जो कीट मिले है वे टिड्डी जैसे दिखते जरूर है, लेकिन है नहीं। ऐसे में किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। टिड्डी दल जब प्रति एकड़ 4 हजार से अधिक आए, तभी नुकसान अधिक होता। साथ लगते जिलों में जो टिड्डी दल आया था वो हवा का रूख बदलने से वापस चली गई।

- भीम सिंह कुलड़िया, एसडीओ।

------------------------

chat bot
आपका साथी