महिला जनप्रतिनिधियों ने कहा, शर्मनाक है वारदात

सुशील भाटिया, फरीदाबाद : शहर में युवतियों, बच्चियों के साथ आए दिन हो रही यौन शोषण

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Jan 2018 08:21 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jan 2018 08:21 PM (IST)
महिला जनप्रतिनिधियों ने 
कहा, शर्मनाक है वारदात
महिला जनप्रतिनिधियों ने कहा, शर्मनाक है वारदात

सुशील भाटिया, फरीदाबाद : शहर में युवतियों, बच्चियों के साथ आए दिन हो रही यौन शोषण, दुष्कर्म की घटनाओं से शहर के अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर ¨चतित हैं। अभिभावकों में इस बात की फिक्र रहती है कि सुबह स्कूल-कॉलेज पढ़ने के लिए गई, दफ्तरों में काम के लिए निकली उनकी बेटियां सही सलामत घर लौट आएं। लोहड़ी की रात ओल्ड फरीदाबाद स्थित राजीव चौक से सरेशाम एक युवती का अपहरण कर उसके साथ स्कार्पियो में दुष्कर्म की घटना ने एक बार पुलिस एवं कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। इस मामले में सत्तारूढ़ दल की विधायक सीमा त्रिखा, विपक्षी पार्टी कांग्रेस की नेता पूर्व संसदीय सचिव शारदा राठौर, हरियाणा महिला आयोग की सदस्य रेनू भाटिया ने भी अपने तेवर तीखे किए हैं और इस तरह की घटनाओं को शर्मनाक बताया है।

यह घटना बेहद शर्मनाक है। ऐसी वारदात होती है, तो कानून अपना काम करता है। अपराधी तो देर-सवेर जरूर पकड़े जाएंगे, पर जिसकी अस्मिता लुट जाती है, उसके लिए ¨जदगी भर का अवसाद घर कर जाता है। सरकार इस मामले में चुप बिल्कुल भी नहीं है और एक महिला विधायक होने के नाते दो महीने पहले पुलिस आयुक्त कार्यालय में इस तरह से जुड़े अपराधों की सारी फाइलें मंगवाई गई थी और कुछ मामलों को फिर से खुलवाया भी गया। ताजा वारदात से मैं भी सन्न हूं। मैं इतना ही कहूंगी कि पुलिस लापरवाही छोड़े और मुस्तैदी दिखाते हुए अपराधियों को पकड़ कर कड़ी कार्रवाई करे।

-सीमा त्रिखा, विधायक, बड़खल विधानसभा क्षेत्र

भाजपा सरकार ने पानीपत की धरती से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया था और महिलाओं की सुरक्षा का वादा किया था, पर आए दिन पूरे हरियाणा में इस तरह की वारदात नियमित रूप से हो रही हैं। दो दिन के अंदर अपने शहर में हुई इस तरह की दो-तीन वारदातों से स्पष्ट है कि बदमाश खुलेआम घूम रहे हैं और जब उनका दिल कर रहा है, वो किसी भी बहन-बेटी को अपना शिकार बना लें। कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। भाजपा नेता सत्ता में मदहोश हैं और उन्हें सिर्फ फोटो ¨खचवाने से मतलब है। उनकी बला से जनता जाए भाड़ में। मैं अभी अलवर में हूं और वापस आकर इस मुद्दे पर जनता के साथ जोरदार आवाज उठाऊंगी।

-शारदा राठौर, पूर्व संसदीय सचिव हरियाणा

बेहद शर्मनाक है यह घटना। एक महिला के रूप में मुझे गहरा आघात लगा है, पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस तरह के मामलों में बेहद सख्त हैं। अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे, चाहे वो कोई भी हो। हमारे आयोग की अध्यक्ष प्रतिभा सुमन की अध्यक्षता में 9 जनवरी को ही इस मामले में बैठक हुई है और हमने मध्यप्रदेश की तर्ज पर सख्त कानून बनाने की मांग की है। साथ ही मैं अभिभावकों से भी अपील करूंगी कि अपने बेटों पर भी नजर रखें कि घर से बाहर उनका बेटा क्या कर रहा है। मानसिकता बदलने की जरूरत है।

-रेनू भाटिया, सदस्य, हरियाणा महिला आयोग।

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