पत्नी, सास व साले के दोस्त की गोली मारकर हत्या

गांव मोहब्ताबाद में घर में सोई मां-बेटी व उनके घर ठहरे साले के दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:54 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:54 PM (IST)
पत्नी, सास व साले के दोस्त 
की गोली मारकर हत्या
पत्नी, सास व साले के दोस्त की गोली मारकर हत्या

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : गांव मोहब्ताबाद में घर में सोई मां-बेटी व उनके घर ठहरे युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमले में गृहस्वामी गगन को भी कमर में गोली लगी। वे अस्पताल में उपचाराधीन हैं। मृतकों में गगन की बहन 35 वर्षीय आयशा, उनकी 60 वर्षीय मां सुमन, 28 वर्षीय दोस्त राजन हैं। हत्या का आरोप गगन के बहनोई और आयशा के पति एनआइटी-1 निवासी नीरज चावला व उसके दोस्त लेखराज पर है।

क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे हत्या में प्रयुक्त दो देसी तमंचे, चाकू और मोटरसाइकिल बरामद कर लिए हैं। नीरज ने हत्या का कारण पत्नी आयशा के चरित्र पर संदेह व साले गगन से 10 लाख रुपयों का लेन-देन बताया है। गगन की शिकायत पर दोनों के खिलाफ धौज थाने में हत्या, हत्या का प्रयास व शस्त्र अधिनियम का मुकदमा दर्ज हुआ है।

गगन मूलरूप से समालखा पानीपत के निवासी हैं। उनकी बहन आयशा की शादी एनआइटी-1 निवासी नीरज चावला से 14 साल पहले हुई थी। नीरज एनआइटी में काज-बटन का काम करता है। उनका 12 साल का बेटा भी है। नीरज पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। इसलिए करीब एक साल से आयशा बेटे के साथ मायके में रह रही थी। गगन सेक्टर-22 निवासी दोस्त राजन के साथ मिलकर पुरानी कारों की खरीद-फरोख्त का काम करता है। दो दिन पहले गगन परिवार के साथ खाटूश्याम गए थे। राजन भी उनके साथ थे। वापस लौटने पर राजन उनके घर रुक गए। बृहस्पतिवार रात खाना खाकर आयशा और सुमन नीचे कमरे में सो गईं। गगन, राजन और 12 वर्षीय भांजा ऊपर कमरे में सोए थे। गगन के मुताबिक रात करीब पौने तीन बजे गोलियों की आवाज से उनकी नींद खुली। उन्होंने देखा कि बहनोई नीरज व उसका दोस्त लेखराज राजन को गोली मार रहे हैं। इसके बाद दोनों ने गगन पर भी गोली चलाई। गोली उनकी पीठ में लगी। दोनों को मृत समझकर नीरज व लेखराज नीचे गए। वहां उन्होंने आयशा और सुमन की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने दोनों पर चाकू से भी वार किए। वारदात के बाद दोनों फरार हो गए। गगन के मुताबिक गोली की आवाज से भांजा कहीं छिप गया था, इसलिए वह बच गया। हमलावरों के जाने के बाद गगन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर गगन को अस्पताल में भर्ती कराया।

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