स्माग की चादर में लिपटी रही औद्योगिक नगरी, बढ़ा प्रदूषण
बुधवार को अचानक मौसम ने करवट ली और ठंड बढ़ गई।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बुधवार को अचानक मौसम ने करवट ली और ठंड बढ़ गई। औद्योगिक नगरी दिनभर स्माग की चादर में लिपटी नजर आई। सड़कों पर सुबह-शाम वाहन चालकों को वाहनों की लाइट जलानी पड़ी। सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। स्माग छाने की वजह से मंगलवार के मुकाबले वायु प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5 काफी बढ़ गया। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस तरह के स्माग को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हैं। ओपीडी में भी बढ़ी मरीजों की संख्या
स्माग की वजह से न सिर्फ सांस रोगियों की परेशानी बढ़ रही है, बल्कि विभिन्न बीमारियों जैसे, रक्तचाप, हृदय, अवसाद के मरीजों की संख्या बढ़ी है। नागरिक अस्पताल की ओपीडी में पहले हृदय के 50 से 70 मरीज आते थे, लेकिन अब ऐसे मरीज भी आ रहे हैं जिन्हें पहली बार हृदय व रक्तचाप संबंधी परेशानी हुई है। डाक्टर मरीजों को स्थिति सामान्य होने तक सुबह की सैर से परहेज की सलाह दे रहे हैं। बढ़ रहा है प्रदूषण का स्तर
बुधवार को मंगलवार के मुकाबले वायु प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5 बढ़ गया। मंगलवार को वायु प्रदूषण 331 दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को यह बढ़कर 384 पर पहुंच गया। सोमवार को यह स्तर 276 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर दर्ज 153 शहरों के आंकड़ों में फरीदाबाद चौथे नंबर पर सबसे प्रदूषित शहर रहा। ग्रेप का नहीं दिखाई दे रहा असर
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मौसम में बदलाव व तापमान में गिरावट प्रदूषण में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह हैं। 15 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू है, लेकिन जमीन पर इसके क्रियान्वयन को लेकर कोई खास काम नहीं हो रहा है। दिवाली के बाद न सिर्फ तापमान में दिनों दिन गिरावट हो रही है बल्कि वातावरण में भी स्माग का असर बढ़ा है। ऐसे में प्रदूषण की समस्या और भी गंभीर हो रही है। बरते सावधानी
-प्रदूषण से बचने के लिए कम से कम बाहर निकलने
-यदि आवश्यकता है, तो मास्क अवश्य लगाएं
-आंखों को जलन से बचाने के लिए चश्मा भी पहने
-हृदय, रक्तचाप के मरीजों को विशेष ध्यान देना चाहिए
-सुबह की सैर से बचे और घर पर नियमित व्यायाम करें स्माग की वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। यह सांस के साथ शरीर में प्रवेश करता है। इसके चलते अस्थमा के मरीजों को परेशानी अधिक होती है। मरीजों की संख्या अधिक होने लगती है। प्रदूषण की वजह से किसी भी कार्य को करने में अधिक ताकत लगानी पड़ती है। इसकी वजह से हृदय पर दबाव पड़ता है और रक्तचाप भी बढ़ता है।
-डा. लोकेश गर्ग, अर्श अस्पताल ग्रेटर फरीदाबाद।