जयहिद भाई, आपके बलिदान को अभिवंदन
हरेंद्र नागर, फरीदाबाद छोटी बहन शिवा ने जब अपने दिवंगत भाई लेफ्टिनेंट कर्नल ऋषभ शर्मा को श्रद्धांजलि
हरेंद्र नागर, फरीदाबाद छोटी बहन शिवा ने जब अपने दिवंगत भाई लेफ्टिनेंट कर्नल ऋषभ शर्मा को श्रद्धांजलि देकर जयहिद का नारा लगाते हुए सैल्यूट किया तो वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो गई। शिवा इंजीनियर हैं। ऋषभ उन्हें बेहद स्नेह करते थे। हर दूसरे-तीसरे दिन फोन पर उनसे हाल-चाल लेते थे। शिवा ने कहा कि भाई के ऊपर गर्व है, उनके बलिदान को अभिवंदन है। ऋषभ पत्नी राधा व चार साल के बेटे के साथ पठानकोट में ही रह रहे थे। सोमवार को उनके माता-पिता भी मिलने के लिए पठानकोट पहुंचे थे। तब ऋषभ ने बहन शिवा से फोन पर बात की थी। शिवा ने शिकायती लहजे में कहा कि भाई से मिले कई दिन हो गए हैं, ऋषभ ने जल्द घर आने का वादा किया था, पर अब उनके बलिदान की खबर आई। ठीक से बात नहीं हो पाई थी माता-पिता से पिता डा. राजेंद्र शर्मा और मां शैला देवी सोमवार को बेटे ऋषभ, उनकी पत्नी व बेटे से मिलने पठानकोट पहुंचे थे। जब वे पहुंचे तभी गणतंत्र दिवस के चलते एरियल पेट्रोलिग के लिए ऋषभ को काल आ गई। उन्होंने माता-पिता से कहा कि आप घर पर आराम करें। वे पेट्रोलिग करके आते हैं, फिर बैठकर बातचीत करेंगे। माता-पिता को मलाल है कि अंतिम बार वे बेटे से ठीक तरह बात नहीं कर पाए। गिने-चुने पायलट में से एक थे ऋषभ लेफ्टिनेंट कर्नल ऋषभ शर्मा उन गिने-चुने पायलट में से थे, जिन्हें लड़ाकू हेलीकाप्टर उड़ाने में महारत हासिल होती है। ये हेलीकाप्टर हथियारों से लैस होते हैं। उन्होंने सेना के कई बड़े आपरेशन में हिस्सा लिया था। 14 साल पहले वे सेना की तकनीकी परीक्षा के जरिये चयनित हुए। शुरू में उन्हें आर्टलरी विग में कमिशन मिला। यहीं से वे सेना की एविएशन विग में चले गए और लड़ाकू हेलीकाप्टर उड़ाने लगे। उनके पिता डा. राजेश शर्मा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हैं।