दिन ढलते ही अंधेरे में डूब जाती है सूरजकुंड रोड

औद्योगिक नगरी से दिल्ली की अहम कनेक्टिविटी सूरजकुंड रोड की में रात के समय अंधेरा रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 05:43 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 05:43 PM (IST)
दिन ढलते ही अंधेरे में डूब 
जाती है सूरजकुंड रोड
दिन ढलते ही अंधेरे में डूब जाती है सूरजकुंड रोड

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : औद्योगिक नगरी से दिल्ली की अहम कनेक्टिविटी सूरजकुंड रोड की हालत खराब है। यहां लगी काफी लाइटें खराब हैं। इस वजह से रोज हजारों वाहन चालक परेशान रहते हैं। इस बाबत कई बार हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन समाधान नहीं हो सका। अहम बात यह भी है कि इस मार्ग पर होटल राजहंस है। अक्सर वीआइपी भी आते रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद अंधेरे का समाधान नहीं किया जा सका है। दोनों ओर है अरावली पहाड़ी

सूरजकुंड रोड अनखीर चौक से शुरू होकर सूरजकुंड गोल चक्कर तक करीब 12 किलोमीटर है। यह दो लेन रोड है। बीच में डिवाइडर भी है। इसी पर लाइटें लगी हैं, लेकिन अधिकतर खराब हैं। इस रोड के दोनों ओर अरावली पहाड़ी है। दिन ढलने के बाद अक्सर जंगली जानवर सड़क पर आ जाते हैं। अंधेरे में कई बार जानवर दिखाई नहीं देते, इसलिए वाहनों से टकरा जाते हैं। कई जानवरों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा गोवंश भी काफी सड़क पर रहता है। इस वजह से वाहन चालकों को भी खतरा रहता है। इसी मार्ग किनारे काफी मैरिज गार्डन, शिक्षण संस्थान, गोशालाएं सहित धार्मिक स्थल हैं। इस वजह से हजारों लोगों का आवागमन होता है। मेले में बढ़ जाता है वाहनों का दबाव

सूरजकुंड में ही अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला लगता है। मेले के दौरान लाखों लोग यहां आते हैं। इस वजह से इस रोड पर वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है। शनिवार व रविवार को इस रोड पर जाम लग जाता है। फिलहाल रोड की हालत काफी खराब है। जगह-जगह से टूट चुकी है, ऊपर की परत गायब हो चुकी है। ऊपर से अंधेरा होने से खतरा अधिक बढ़ा हुआ है। अंधेरे की वजह से वाहन चालक अपने आपको असुरक्षित महसूस करते हैं। शादियों के दौरान यहां मैरिज गार्डन में परिवार भी आते हैं। कई बार अंधेरे में बदमाश वारदात को अंजाम दे देते हैं। इस मार्ग पर जंगली जानवरों को और इनसे आमजन को खतरा रहता है। इसलिए लाइटें जल्द दुरुस्त होनी चाहिए।

-सतीश गुप्ता, प्रधान, ओमैक्स ग्रीन वैली, सूरजकुंड रोड वाहन चालकों के सुरक्षित सफर की जिम्मेदारी अधिकारियों की है। अधिकारी मौके पर आकर देखते ही नहीं कि क्या हालात हैं। सूरजकुंड रोड किनारे दर्जनों सोसायटियां हैं। यहां से लोग दिल्ली व शहर में आते-जाते हैं। मार्ग पर अंधेरे की वजह से वाहन चालकों को खतरा रहता है। इसलिए लाइटें जल्द ठीक होना जरूरी हैं।

-विक्रांत राणा, प्रधान, ओमैक्स फारेस्ट स्पा, सूरजकुंड रोड कुछेक लाइटें खराब हैं, इन्हें जल्द ठीक करा दिया जाएगा। रात को फिर से निरीक्षण किया जाएगा और देखेंगे कि कहां-कहां लाइटें नहीं जल रही हैं।

-अश्वनी गौड़, कार्यकारी अभियंता, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण

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