मंझावली पुल से कनेक्टिविटी में बाधा है बल्लभगढ़-तिगांव संकरा मार्ग

औद्योगिक नगरी और ग्रेटर नोएडा से कनेक्टिविटी की अहम कड़ी मंझावली पुल निर्माण पूरा होने का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। फरवरी में पुल निर्माण पूरा करने का दावा किया जा रहा है लेकिन शहर से इस पुल तक कनेक्टिविटी के मुख्य मार्ग बल्लभगढ़-तिगांव की हालत ठीक नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 05:18 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 05:18 PM (IST)
मंझावली पुल से कनेक्टिविटी में बाधा है बल्लभगढ़-तिगांव संकरा मार्ग
मंझावली पुल से कनेक्टिविटी में बाधा है बल्लभगढ़-तिगांव संकरा मार्ग

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : औद्योगिक नगरी और ग्रेटर नोएडा से कनेक्टिविटी की अहम कड़ी मंझावली पुल निर्माण पूरा होने का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। फरवरी में पुल निर्माण पूरा करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन शहर से इस पुल तक कनेक्टिविटी के मुख्य मार्ग बल्लभगढ़-तिगांव की हालत ठीक नहीं है। सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण की है। फिलहाल ये मार्ग दो लेन है। लेकिन तिगांव में आबादी के बीच यह मार्ग काफी संकरा हो जाता है। अतिक्रमण की वजह से यहां तिगांव के अंदर करीब आधा किलोमीटर मार्ग पर अक्सर जाम लगा रहता है। इसकी शुरुआत पुराने बस अड्डा से शुरू हो जाती है। सबसे व्यस्त कौराली मोड़ और मंधावली मोड़ पर तो हालात और खराब हैं। भैंसरावली मोड़ तक पहुंचने में तो पसीने छूट जाते हैं। यहां दुकानों का विस्तार सड़क तक हो गया है। ऊपर से आटो व रेहड़ी वाले भी सड़क पर ही खड़े रहते हैं। इस वजह से रोज सुबह व शाम यहां अक्सर जाम लगा रहता है। शादियों के सीजन में तो पूरा मार्ग ही जाम रहता है। पुल शुरू होने से बढ़ेगा वाहनों का दबाव

मंझावली पुल शुरू होने से दो शहरों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। इसलिए इस मार्ग पर वाहनों का दबाव कई गुणा बढ़ जाएगा। छोटे वाहनों से लेकर मालवाहक वाहन भी इसी मार्ग का प्रयोग करेंगे। ऐसे में न केवल वाहन चालकों को परेशानी होगी बल्कि ग्रामीणों को मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। शासन की ओर से फरीदाबाद से तिगांव होते हुए मंझावली वाले मार्ग को चार लेन करने की योजना तैयार कर ली है। लेकिन बल्लभगढ़-तिगांव मार्ग की ओर ध्यान नहीं दिया है। ग्रामीणों को सताने लगी चिता

तिगांव निवासी अधिवक्ता बिजेंद्र दत्त कौशिक, अल्लीपुर निवासी राजू त्यागी, फज्जुपुर खादर निवासी जगत सिंह भाटी के अनुसार शासन-प्रशासन को पहले पुल तक जाने वाले रास्ते पर ध्यान देना चाहिए। जब पुल तक आवागमन ही सुगम नहीं होगा तो वाहन चालकों को पूरा लाभ नहीं मिल सकेगा। इस बाबत प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल से आग्रह किया जाएगा। बल्लभगढ़-तिगांव मार्ग के विस्तार की योजना का प्रस्ताव अभी विभाग के पास नहीं आया है। पुल शुरू होने के बाद यदि जरूरत महसूस होगी तो विस्तार की योजना बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।

- प्रकाश लाल, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग

chat bot
आपका साथी