सुबह एक घंटे की बारिश ने रफ्तार पर लगाया ब्रेक, हाईवे पर शाम तक असर

सुरक्षित व सुगम सफर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन तो कर दिया गया है पर बारिश होने के बाद यहां हालात इस कदर बिगड़ जाते हैं कि वाहन चालक घंटों फंस जाते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Sep 2019 07:57 PM (IST) Updated:Wed, 04 Sep 2019 06:35 AM (IST)
सुबह एक घंटे की बारिश ने रफ्तार पर 
लगाया ब्रेक, हाईवे पर शाम तक असर
सुबह एक घंटे की बारिश ने रफ्तार पर लगाया ब्रेक, हाईवे पर शाम तक असर

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : सुरक्षित व सुगम सफर के लिए छह लेन का बनाया गया राष्ट्रीय राजमार्ग थोड़ी सी बारिश होने पर ही शहरवासियों के लिए आफत बन जाता है। मंगलवार सुबह हुई एक घंटे की बारिश ने वाहनों के पहिए थाम दिए। हाल यह था कि सुबह हुई बारिश का हाईवे पर देर शाम तक असर दिखा। सबसे अधिक बुरा हाल बाटा व अजरौंदा चौक पर था। यहां दो-तीन फुट तक पानी भर गया था। हालात बिगड़ते देख राजमार्ग से नीलम पुल की लेन को बंद करना पड़ गया। इसके चलते शहर के अन्य मार्गों पर जाम लग गया और इसका असर बड़खल चौक से लेकर बाटा चौक तक पहुंच गया। बाटा चौराहे के दोनों ओर काफी पानी जमा था। वाइएमसीए चौक के आसपास सर्विस रोड पर कई फुट पानी जमा होने से जाम लगा रहा। नौकरी-पेशा सुबह कार्यालयों में जाते हुए और शाम को वापस घरों में लौटने पर जाम में फंसे नजर आए।

दरअसल, एनएचएआइ द्वारा पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले ओवरफ्लो हो रहे थे। इन नालों को आगे कनेक्टिविटी नहीं दी गई है जिसकी वजह से पानी ओवरफ्लो होकर राजमार्ग पर आ जाता है। अभी नाले पूरे भी नहीं बनाए गए हैं। इससे भी अहम बात यह है कि नगर निगम और एनएचएआइ अधिकारी एक-दूसरे पर आरोप लगाकर पल्ला झाड़ लेते हैं, पर समाधान नहीं करते। मंगलवार सुबह मैं बड़खल की ओर से आ रहा था और मुझे बल्लभगढ़ जाना था। राजमार्ग पर जलभराव की वजह से बड़खल से लेकर बाटा चौक तक जाम था। मुझे बड़खल से बाटा चौक पहुंचने में एक घंटा 20 मिनट लगे।

-शेखर, पंजाबीवाड़ा, बल्लभगढ़। हर बार बारिश में ऐसा ही हाल होता है। यहां नाले अधूरे हैं। सड़क पर गड्ढे हैं जो जाम का प्रमुख कारण बनते हैं। सर्विस रोड पर पानी भरने की वजह से कोई भी वाहन इसके अंदर जाने को तैयार नहीं थे। इस वजह से 10 मिनट का सफर एक घंटे में तय हुआ।

-दलीप यादव। राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे नालों का निर्माण किया जा रहा है। जल्द निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके लिए राजमार्ग को छह लेन करने वाली कंपनी के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।

-धीरज सिंह, परियोजना प्रबंधक, एनएचएआइ।

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