प्रदूषण: विभागों से नहीं मिल रहा सहयोग, बढ़ सकता है खतरा
वायु प्रदूषण के मद्देनजर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू है लेकिन पालन कहीं नहीं हो रहा है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : वायु प्रदूषण के मद्देनजर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू होने का असर बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहा है। जिला उपायुक्त की ओर से जिले के 22 विभागों को पत्र जारी कर कारगर कदम उठाने के लिए कहा था, लेकिन अभी इस आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। सबसे अधिक वायु प्रदूषण सड़क और किनारे पड़ी मिट्टी उड़ने से बढ़ता है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर मिट्टी उड़ती दिखाई दे रही है। ऐसा ही हाल बल्लभगढ़-तिगांव मुख्य मार्ग का है। यहां मिर्जापुर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से तिगांव तक सीवर लाइन डालने का काम जारी है।
इसलिए खोदाई चल रही है। जहां खोदाई हो चुकी है, वहां मिट्टी के ढेर पड़े हुए हैं। दिनभर वाहन चलने के साथ मिट्टी उड़ती है। इसका सीधा असर वायु प्रदूषण के स्तर पीएम 2.5 पर दिखाई दे रहा है। इस बारे में जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। लोक निर्माण विभाग की सड़क होने की वजह से अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। बल्लभगढ़ शहर चर्चा में: अक्टूबर की शुरुआत से ही वायु प्रदूषण के मामले में बल्लभगढ़ शहर चर्चा में है। लगातार सप्ताहभर तक बल्लभगढ़ देशभर में टाप प्रदूषित शहर रहा था। शनिवार को भी यहां पीएम 2.5 का स्तर 243 था और देशभर में यह चौथे स्थान पर था। पहले पर यमुनानगर 299 था। सर्दी बढ़ने के साथ-साथ वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने की आशंका है। सबसे अधिक वायु प्रदूषण सड़क पर धूल उड़ने से बढ़ता है। इसे लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव करने को कहा जा चुका है।
- स्मिता कनोडिया, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रविवार को इस मार्ग का निरीक्षण किया जाएगा। मिट्टी उठाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहेंगे।
- महीपाल, कनिष्ठ अभियंता, लोक निर्माण विभाग