बल्लभगढ़ फिर बना देश में सबसे प्रदूषित शहर
बारिश के बाद दो दिन तक प्रदूषण का स्तर ठीक रहा लेकिन बुधवार को फिर देश में नंबर एक हो गया।
जागरण संवाददद्यता, फरीदाबाद : बारिश के बाद दो दिन तक प्रदूषण का स्तर ठीक रहा, लेकिन बुधवार को फिर से बल्लभगढ़ देशभर में सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर 121 शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया हुआ है। इसमें बल्लभगढ़ 339 स्तर के साथ टाप पर था। फरीदाबाद शहर का पीएम 2.5 का स्तर 224 था। इन शहरों में दूसरे नंबर पर गाजियाबाद में 278 था, जबकि जींद का 268 था। रविवार व सोमवार को हुई बारिश ने अधिकतर शहरों की हवा बिल्कुल साफ कर दी थी।
बता दें इस महीने में करीब 10 दिन तक बल्लभगढ़ देशभर में टाप पर रहा था। यहां 300 व इससे अधिक स्तर पहुंच गया था। बुधवार को अचानक इतने अधिक स्तर को लेकर शहरवासी चितित हैं। इतना अधिक प्रदूषण का स्तर होने के बावजूद यहां कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। बल्लभगढ़ शहर में उड़ रही धूल, राजमार्ग पर जमा मिट्टी और चारों ओर औद्योगिक शहर की वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। ग्रेप का असर नहीं
15 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू है। इसका असर बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहा है। जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव ने पिछले दिनों 22 विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की थी और जरूरी कदम उठाने के लिए कहा था, लेकिन अब प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे कदम उठाए गए हैं। अभी सर्दी की शुरुआत भी नहीं हुई है, तो ऐसे हालात हैं। आने वाले दिनों में ठंड बढ़ेगी। इस वजह से वातावरण में नमी बढ़ेगी। इसकी वजह से धूल-मिट्टी के कण वातावरण में जमा हो जाएंगे। इससे और प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा। वायु प्रदूषण के स्तर को काबू करने के लिए विभागों की जिम्मेदारी तय की हुई है। सड़कों पर मिट्टी की सफाई मशीन से करने के लिए कहा जा चुका है। पानी का छिड़काव भी होना चाहिए। इस बाबत संबंधित विभागों से जवाब मांगा जाएगा।
-स्मिता कनोडिया, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड