अधिकारियों की नाक के नीचे ही उड़ रहीं नियमों की धज्जियां

बल्लभगढ़ में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर को लेकर शासन-प्रशासन में हलचल है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:04 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 07:04 PM (IST)
अधिकारियों की नाक के नीचे 
ही उड़ रहीं नियमों की धज्जियां
अधिकारियों की नाक के नीचे ही उड़ रहीं नियमों की धज्जियां

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बल्लभगढ़ में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर को लेकर शासन-प्रशासन में हलचल है। क्योंकि परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा का विधानसभा क्षेत्र बल्लभगढ़ है, इसलिए अधिकारियों के लिए यह अधिक चिता का विषय बन गया है। बीते रविवार को प्रदूषण का स्तर 330 और मंगलवार को 327 था जो देशभर के सभी शहरों से अधिक था। बृस्पतिवार को 300 के आसपास रहा। परिवहन मंत्री भी सोमवार को अधिकारियों की बैठक लेकर प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर कार्रवाई करने के आदेश दे चुके हैं। उन्होंने खुद पेड़ों पर पानी का छिड़काव कर इस अभियान की शुरुआत की थी। मंगलवार को एसडीएम अपराजिता ने भी अधिकारियों संग बैठक लेकर प्रदूषण का स्तर कम करने को लेकर मंथन किया था, लेकिन इन सभी प्रयासों का असर दिखाई नहीं दे रहा है। बुधवार को जब प्रदूषण बढ़ने के कारणों की पड़ताल की गई तो सामने आया कि अधिकारियों की नाक के नीचे ही नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। उड़ रही धूल से बढ़ रहा प्रदूषण

बुधवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बल्लभगढ़ के क्षेत्रीय अधिकारी दिनेश कुमार ने आसपास निरीक्षण किया। पंचायत भवन में जहां प्रदूषण मापन मशीन लगी है, वहां पास में खाली जगह पर वाहनों का पार्किंग स्थल है, जो कच्चा है। यहां दिनभर मिट्टी उड़ती रहती है। इतना ही नहीं पंचायत भवन से कुछ ही दूरी पर लघु सचिवालय इमारत का निर्माण कार्य चल रहा है, जहां काफी निर्माण सामग्री पड़ी मिली। अधिकारी ने तुरंत निर्माण कार्य बंद कराया और मौके पर पानी का छिड़काव कराया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुग्राम नहर के पास काफी मिट्टी पड़ी दिखाई दी जो वाहनों के चलने के साथ उड़ रही थी। क्योंकि यह सभी साइटें प्रदूषण मापन मशीन के पास थी, इसलिए यहां का स्तर बढ़ा हुआ आ रहा था। साथ ही मोहना रोड के दोनों ओर पेड़ों पर भी पानी का छिड़काव किया गया। प्रदूषण विभाग के अधिकारियों का मानना है कि सबसे अधिक प्रदूषण का स्तर धूल उड़ने से ही बढ़ता है। बुधवार को सबसे अधिक रहा प्रदूषण का स्तर

बुधवार सुबह वायुमंडल में धुंध सी छाई रही, जिससे ²श्यता भी कम रही। इस वजह से प्रदूषण का स्तर भी काफी बढ़ गया। इस सीजन का यह सबसे अधिक स्तर था। सेक्टर-11 क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर 335, एनआइटी जोन में 313, सेक्टर-30 में 301, सेक्टर-16ए में 261 और बल्लभगढ़ 295 पीएम 2.5 की मात्रा थी। पंचायत भवन के कुछ ही दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग भी है, जहां से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। पास में ही बस अड्डा है। यहां अतिक्रमण की वजह से अक्सर जाम लगा रहता है। जिसकी वजह से वाहनों के धुएं से भी प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। बुधवार को पंचायत भवन के आसपास जहां मिट्टी पड़ी थी, वहां पानी का छिड़काव किया है, अब ऐसा रोज किया जाएगा। निर्माण सामग्री को ढक दिया गया है।

-दिनेश कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बल्लभगढ़। प्रदूषण को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ मीटिग की गई है। प्रदूषण का स्तर बढ़ाने वाली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। नगर निगम अधिकारियों को रोजाना पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि धूल न उड़े। आमजन से भी अपील की जाती है कि वह प्रदूषण का स्तर कम करने में प्रशासन का सहयोग करें। कहीं भी कूड़े में आग न लगाएं।

-यशपाल यादव, जिला उपायुक्त।

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