तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां कर रहे अस्पताल

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां जोरों पर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 08:50 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 08:50 PM (IST)
तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां कर रहे अस्पताल
तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां कर रहे अस्पताल

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां जोरों पर हैं। जिला प्रशासन स्तर एवं निजी अस्पतालों के साथ बैठकों का दौर चल रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी अस्पतालों से बच्चों से संबंधित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बारे मं जानकारी मांगी हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के प्रयास है कि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान सुविधाओं की कमी की वजह से अपनी जान नहीं गंवानी पड़े।

बता दें कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो यह आशंका जताई जा रही है कि इसमें बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को बेहतर व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उनकी जानकारी भी मांगी है। तीसरी लहर में भी ईएसआइसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल की भूमिका अहम रहेगी। यहां पर 100 बेड का कोविड वार्ड बनाने पर विचार चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद से निजी अस्पताल स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करने में लगे हुए हैं।

---------

हमारे पास 14 बेड का एनआइसीयू उपलब्ध है। बच्चों को कृत्रिम सांस देने के लिए सीपेप की भी व्यवस्था है। इसके अलावा एफएफएनसी (हाई फ्रिक्वेंसी नेजल कैनुला) उपलब्ध है। इसके अलावा एक से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए पांच पीआइसीयू उपलब्ध है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए इनकी संख्या बढ़ाकर 15 तक की जा सकती है। वहीं दवाओं, आक्सीजन व इलाज में अन्य जरूरत के वस्तुओं का भी इंतजाम कर रहे हैं।

- डा. संजीव दत्ता, क्यूआर हेल्थ सिटी अस्पताल

------------

देश की सबसे कम उम्र की बच्ची कोरोना संक्रमित हमारे यहां से ठीक होकर गई है। बच्चों से संबंधित सभी सुविधाएं हैं। 12 बेड का एनआइसीयू, आठ पीआइसीयू की व्यस्था है। वेंटिलेटर की पर्याप्त व्यवस्था है। इसके अलावा बच्चों के इलाज के लिए नर्सिंग स्टाफ और डाक्टर को प्रशिक्षण देने का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं आवश्यकता पड़ने पर इन व्यवस्थाओं को बढ़ाया भी जा सकता है।

- डा. सौरव गहलोत, सर्वोदय अस्पताल

--------------

हमारे पास आठ बेड का एनआइसीयू, चार बेड का पीआइसीयू उपलब्ध है। इसके अलावा कैनुला और रेस्पीरेटरी मास्क भी हैं। इसके अलावा आठ से 10 डुएल वेंटिलेटर भी है। फिजियोथेरेपिस्ट भी हमारे पास है। फिलहाल 20 बेड का बच्चों के लिए स्पेशल वार्ड बनाया गया है। तीसरी लहर को देखते हुए बेड संख्या बढ़ाने की भी व्यवस्था है।

- डा. मनजिदर सिंह भट्टी, मेट्रो अस्पताल

--------

तीसरी लहर केवल बच्चे ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी प्रभावित होंगे। बच्चों को टीकाकरण में शामिल नहीं किया गया है। इसके चलते उनके प्रभावित होने की आशंकाएं हैं। इसकी आशंकाओं को देखते हुए अस्पताल में 18 बेड का पीडियाट्रिक कोविड आइसीयू तैयार किया गया है। वहीं, 17 बेड का कोविड वार्ड भी बनाया गया है। वहीं छह बेड का एनआइसीयू भी तैयार किया गया है।

- डा. हरिपाल कश्यप, नोडल अधिकारी, जिला पीडियाट्रिक कोविड मैनेजमेंट, एशियन अस्पताल

-------------------

हमने सभी अस्पतालों से रिपोर्ट मांगी है। उसके आधार पर ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी। हमारे पास पर्याप्त व्यवस्था है। नागरिक अस्पताल में 25 बेड का एनआइसीयू है। पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन की सुविधा है। सिलेंडर के अलावा प्लांट भी हैं। बच्चों के लिए आक्सीजन मास्क खरीदें जा रहे हैं। वहीं 100 बेड का अस्पताल बन रहा है। 100 बेड ही नागरिक अस्पताल में उपलब्ध हैं।

- डा. रणदीप सिंह पूनिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

chat bot
आपका साथी