जुगाड़ से चल रहा है सेक्टर-28 का आदर्श विद्यालय

Þकहीं की ईंट-कहीं का रोड़ा भानुमति ने कुनबा जोड़ावाली कहावत राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-2

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Aug 2019 06:38 PM (IST) Updated:Mon, 19 Aug 2019 06:37 AM (IST)
जुगाड़ से चल रहा है सेक्टर-28 का आदर्श विद्यालय
जुगाड़ से चल रहा है सेक्टर-28 का आदर्श विद्यालय

अभिषेक शर्मा, फरीदाबाद

'कहीं की ईंट-कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा' वाली कहावत राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-28 पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। पांच साल पहले विद्यालय निजी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा देने के लिए शुरू किया गया था, पर अध्यापकों की कमी के चलते यह विद्यालय शिक्षा विभाग द्वारा जुगाड़ से चलाया जा रहा है। अब अध्यापकों के अभाव में छात्रों से बोर्ड की परीक्षा में बेहतर परिणाम लाने की अपेक्षा रखी जाए, तो बेमानी होगा।

राजकीय विद्यालयों के छात्रों को शिक्षा का माहौल देने और निजी विद्यालयों के छात्रों की तरह फर्राटेदार अंग्रेजी के लिए वर्ष 2014 में सेक्टर-28 स्थित राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अंग्रेजी भाषा में शिक्षण कार्य शुरू किया गया था। उस समय में छह स्थायी अध्यापकों की नियुक्ति की गई थी। इनके सेवानिवृत्त होने के साथ अध्यापकों की कमी होती चली गई है।

अब इस विद्यालय में केवल ही एक स्थायी अध्यापक है, जबकि प्रधानाचार्या सहित दो अध्यापक डेपुटेशन पर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इसके अलावा शेष पांच अध्यापकों को विभिन्न स्कूलों से बुलाकर जुगाड़ से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। विद्यालय में शिक्षण कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए 21 अध्यापकों की आवश्यकता है। यही वजह है कि पांच सालों में स्कूल कोई खास बेहतर परिणाम नहीं दे पाया है। स्कूल की प्रधानाचार्या द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भी लिखा गया है। इन विषयों की होती है पढ़ाई

कॉमर्स, गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, राजनीतिक शास्त्र, अर्थ शास्त्र और अंग्रेजी के विषय के अध्यापक अन्य विद्यालयों से पढ़ाने के लिए आ रहे हैं। इतने अध्यापकों की है आवश्यकता

अंग्रेजी के चार, गणित के तीन, इतिहास, राजनीतिक शास्त्र, भूगोल, अर्थशास्त्र के एक-एक, कॉमर्स हिदी, भौतिक व रसायन विज्ञान के दो-दो, जीव विज्ञान के एक और शारीरिक शिक्षा के एक अध्यापक की आवश्यकता है। ट्रांसफर ड्राइव में नहीं किया गया शामिल

उल्लेखनीय है कि यह स्कूल शहर के पॉश सेक्टर में से एक में है और अध्यापक इस स्कूल में पढ़ाने के इच्छुक भी हैं, लेकिन इस विद्यालय को ट्रांसफर ड्राइव का हिस्सा नहीं बनाया गया है। ऑन लाइन ट्रांसफर ड्राइव में यह स्कूल प्रदर्शित नहीं होता है। इसके चलते इस स्कूल के विद्यार्थियों को अभी और जुगाड़ अध्यापकों से काम चलाना पड़ेगा। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया है और स्टाफ की मांग की गई है। उम्मीद है कि जल्द ही नए अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी।

- सतेंद्र कौर वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी

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