फरीदाबाद में दूसरे के ईएसआइ कार्ड पर इलाज करा रहे युवक की मौत, परिजन फंसे

पुलिसकर्मी पोस्टमॉर्टम कराने बादशाह खान अस्पताल पहुंचे तो स्वजनों ने बताया कि मृतक का नाम लोकेश नहीं बल्कि इजहार है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 11:59 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 11:59 AM (IST)
फरीदाबाद में दूसरे के ईएसआइ कार्ड पर इलाज करा रहे युवक की मौत, परिजन फंसे
फरीदाबाद में दूसरे के ईएसआइ कार्ड पर इलाज करा रहे युवक की मौत, परिजन फंसे

फरीदाबाद, हरेंद्र नागर। किसी दूसरे व्यक्ति के ईएसआइ कार्ड पर इलाज कराना गले की फांस बन जाएगा, यह बात सेक्टर-8 क्षेत्र निवासी इजहार के स्वजनों ने सोची भी नहीं थी। अगर इजहार ठीक होकर घर आ जाता तो कोई बात नहीं थी मगर उसकी मौत हो गई। अब समस्या यह हुई कि अस्पताल में वह लोकेश के ईएसआइ कार्ड पर भर्ती था। इसलिए अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक लोकेश की मौत हुई है।

जब शव पोस्टमॉर्टम के लिए बादशाह खान अस्पताल में पहुंचा तो रजिस्टर में एंट्री भी लोकेश के नाम से दर्ज हुई। पुलिसकर्मी पोस्टमॉर्टम कराने बादशाह खान अस्पताल पहुंचे तो स्वजनों ने बताया कि मृतक का नाम लोकेश नहीं बल्कि इजहार है। इजहार और लोकेश की गुत्थी ने पुलिस को भी उलझा दिया। पुलिसकर्मी स्वजनों से माथापच्ची करते रहे कि लिखित बयान देकर स्थिति स्पष्ट करें। मगर स्वजन चाह रहे थे कि शव उन्हें बिना पोस्टमॉर्टम के दे दिया जाए, ताकि किसी तरह की कागजी कार्रवाई ना हो।

युवक के स्वजनों ने दिया लिखित बयान

पुलिसकर्मी बिना पोस्टमॉर्टम शव दे नहीं सकते। इस चक्कर में रविवार को पोस्टमॉर्टम भी नहीं हो सका। सोमवार को युवक के स्वजनों ने लिखित बयान दिया। जिसके बाद पुलिस शव का पोस्टमॉर्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया।

सेक्टर-8 चौकी प्रभारी जलालुद्दीन ने बताया कि उन्हें सेक्टर-10 स्थित निजी अस्पताल से लोकेश नाम के युवक की मौत होने की जानकारी मिली थी। जब पोस्टमॉर्टम के लिए पहुंचे तो मृतक के पिता सरफराज ने बताया कि उसके बेटे का नाम इजहार है। तीन दिन पहले इजहार छत से गिर गया था। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल का खर्च अधिक था, इसलिए सरफराज ने अपने एक जानकार से ईएसआइ कार्ड ले लिया। इस तरह ईएसआइ कार्ड के अनुसार इजहार को लोकेश के नाम से अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज शुरू कर दिया गया। रविवार को इजहार की मौत हो गई।

शिकायत के बाद दर्ज हो सकता है केस

सेक्टर-8 चौकी प्रभारी जलालुद्दीन ने बताया कि दोनों युवकों के स्वजनों लिखित बयान देर स्थिति साफ कर दी है, जिसके के बाद पोस्टमार्टम करा दिया गया। इस संबंध में अगर ईएसआइसी की तरफ से शिकायत दी जाएगी तो मृतक युवक के स्वजनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हो सकता है।

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