गाड़ी-बंगले वालों का बन गया बीपीएल कार्ड, भटक रहे सही हकदार, नगर निगम के जेई कर रहे खेल

शहर में गाड़ी बंगले वालों के बीपीएल कार्ड बने हुए हैं और गरीब यानी सही हकदार बीपीएल कार्ड बनवाने को भटक रहे हैं। संबंधित अधिकारियों के पास ऐसी कई शिकायतें आ रही हैं। नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता (जेई)गलत रिपोर्ट देकर बीपीएल कार्ड बनवाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 04:33 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 04:33 PM (IST)
गाड़ी-बंगले वालों का बन गया बीपीएल कार्ड, भटक रहे सही हकदार, नगर निगम के जेई कर रहे खेल
नगर निगम के जेई गलत रिपोर्ट देकर बीपीएल कार्ड बनवाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

अनिल बेताब, फरीदाबाद। शहर में गाड़ी, बंगले वालों के बीपीएल कार्ड बने हुए हैं और गरीब यानी सही हकदार बीपीएल कार्ड बनवाने को भटक रहे हैं। संबंधित अधिकारियों के पास ऐसी कई शिकायतें आ रही हैं। नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता (जेई)गलत रिपोर्ट देकर बीपीएल कार्ड बनवाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। 

ऐसा ही एक मामला जब सीएम विंडो तक पहुंचा, तो मामले की बारीकी से जांच कराई गई। जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से ओल्ड फरीदाबाद में एक संपन्न व्यक्ति का बीपीएल कार्ड बना दिया गया था। जांच के बाद अब इस कार्ड को बीपीएल सूची से हटा दिया गया है। 

केस स्टडी 

सीएम विंडो पर ओल्ड फरीदाबाद में गलत तरीके से बीपीएल कार्ड बनवाने की शिकायत आई थी। इसके जब जांच की गई, तो पाया गया कि संजय कुमार का गलत तरीके से बीपीएल कार्ड बनाया गया है। वह इसका हकदार नहीं है। इनका 130 गज का मकान बना हुआ है और तीन दुकानें भी हैं। इनके पास कार, बाइक और फ्रिज भी है, जबकि नियम अनुसार ऐसा कोई व्यक्ति आवेदन नहीं कर सकता। यह जांच रिपोर्ट टाउन सिविल इंजीनियर जतिन गौर ने नगर परियोजना कार्यालय को सौंप दी। बाद में यह रिपोर्ट सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी को भेज दी गई। इस रिपोर्ट के आधार पर संजय कुमार का नाम बीपीएल सूची से काट दिया गया। 

निगमायुक्त के पास लगातार आ रहीं शिकायतें 

बीपीएल कार्ड बनवाने के लिए इन दिनों सर्वे चल रहा है। जिन लोगों ने बीपीएल कार्ड के लिए आवेदन किया है, नगर निगम के जेई आने-अपने वार्डों में जाकर फील्ड निरीक्षण करते हैं। जेई की रिपोर्ट के बाद आनलाइन आवेदन पर नगर परियोजना अधिकारी संज्ञान लेते हैं। इसके बाद ही कार्ड बनता है। शिकायतें आ रही हैं कि कई आवेदक संबंधित जेई को खुश करके अपने मुताबिक रिपोर्ट लिखवा रहे हैं, ताकि उनका नाम बीपीएल सूची में नाम आ सके।

मिल्हार्ड कालोनी निवासी महेंद्र ने 18 नवंबर को निगमायुक्त डा. यश गर्ग को लिखित में शिकायत दी है कि बीपीएल के आनलाइन सर्वे में नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी मिलीभगत करके गलत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। प्रेम नगर, सेक्टर-चार निवासी सन्नी ने शिकायत दी है कि उनकी पत्नी नीरज की ओर से कई दिन . पहले बीपीएल कार्ड बनवाने को आवेदन किया गया था, अब तक कोई कर्मचारी उनके यहां विजिट करने नहीं आया। निगमायुक्त डा. यश गर्ग के कार्यालय में ऐसी और भी कई शिकायतें पहुंची हैं।

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बीपीएल कार्ड बनने से पहले हर आवेदक के घर एक बार फिर से विजिट किया जाएगा, ताकि वास्तविक स्थिति सामने आए। रिपोर्ट गलत मिली, तो ऐसे में जेई के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमारे पास ऐसी शिकायतें आ रही हैं, इसे लेकर हम गंभीरता बरत रहे हैं। 

-डा. यश गर्ग, निगमायुक्त।  

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