सेवानिवृत्त पटवारी समेत तीन लोगों ने सरकारी जमीन को अपना बताकर दुकानदार से 81.70 लाख रुपये ठगे

सरकारी जमीन को अपना प्लाट बता कर सेवानिवृत्त पटवारी समेत तीन लोग ने एक दुकानदार से 81.70 लाख रुपये ठग लिए। आरोपितों ने दुकानदार को एक करोड़ रुपये में सरकारी प्लाट को अपना बताकर बेचने का सौदा तय किया था।

By Jagran News NetworkEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 06:14 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 06:14 PM (IST)
सेवानिवृत्त पटवारी समेत तीन लोगों ने सरकारी जमीन को अपना बताकर दुकानदार से 81.70 लाख रुपये ठगे
सरकारी जमीन को अपना प्लाट बता कर तीन लोग ने एक दुकानदार से 81.70 लाख रुपये ठग लिए।

फरीदाबाद [सुभाष डागर ]। सरकारी जमीन को अपना प्लाट बता कर तीन लोग ने एक दुकानदार से 81.70 लाख रुपये ठग लिए। आरोपितों ने दुकानदार को एक करोड़ रुपये में प्लाट बेचने का सौदा तय किया था। चावला कालोनी के रहने वाले पुनीत मनचंदा ने थाना शहर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पिता अशोक कुमार मनचंदा की 100 फुट रोड पर आटोमोबाइल की दुकान है। वह भी अपने पिता के साथ दुकान पर ही काम करता है। उनकी दुकान पर ओमप्रकाश सेवानिवृत्त पटवारी निवासी हसनपुर जिला पलवल का आना-जाना है।

ओमप्रकाश ने बताया कि बल्लभगढ़ छोटी मंडी में उसके छोटे भाई सुलतान की 100 वर्गगज जमीन है। उसका जमीन पर कब्जा है और वह मालिक है। इस जमीन को बेचने के लिए ओमप्रकाश ने एक करोड़ रुपये में लिखित चार दिसंबर-2019 को इकरारनामा कर लिया और 36 लाख 20 हजार रुपये उसने अपने छोटे भाई सुलतान और बेटा देवेंद्र के द्वारा ले लिए। इस तरह से वह समय-समय पर रुपये लेता रहा और उसने कुल 81.70 लाख रुपये ले लिए। आरोप है कि न तो इस जमीन का उसका भाई सुलतान मालिक है और न ही पटवारी के यहां राजस्व रिकार्ड में कोई उसके नाम से कोई इंतकाल दर्ज हुआ है। आरोप है कि तीनों लोगों ने प्‍लाट बेचने के नाम पर झांसे में ले लिया और इसके बाद ठगी की घटना को अंजाम दिया।

अभी भी जमीन की मालिक हरियाणा सरकार है। इतना नहीं ओमप्रकाश बकाया रकम लेने के लिए अदालत की शरण में चला गया। दुकानदार का आरोप है कि ओमप्रकाश, उसके भाई सुलतान और बेटा देवेंद्र ने मिलकर उसके धोखाधड़ी की है। अब रुपये मांगने पर जाने से मारने की धमकी देते हैं। थाना शहर प्रभारी सतीश कुमार का कहना है कि धोखाधड़ी के आरोप में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जांच शुरू कर दी है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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