Prem Sagar Pandey: 2 महीने पहले 'मरे' हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले प्रेम सागर पांडेय हैं जिंदा, राजस्थान में करते हैं जॉब
Prem Sagar Pandey News स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा एसजीएम नगर में रहने वाले प्रेम सागर पांडेय को भुगतना पड़ रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों ने उनके पुत्र राजेश के मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित कागजों में मृतक वाले कॉलम में प्रेम सागर पांडेय को मार दिया है।
फरीदाबाद [अभिषेक शर्मा]। फरीदाबाद जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा एसजीएम नगर में रहने वाले प्रेम सागर पांडेय को भुगतना पड़ रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों ने उनके पुत्र राजेश के मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित कागजों में मृतक वाले कॉलम में प्रेम सागर पांडेय को मार दिया है। इसके बाद से ही प्रेम सागर स्वास्थ्य कर्मियों की गलती को ठीक कराने के लिए दो महीने से नागरिक अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं।
प्रेम सागर के इकलौते पुत्र राजेश की 29 अप्रैल को अचानक तबीयत खराब हुई थी। वह राजेश को इलाज के लिए नागरिक अस्पताल लेकर की इमरजेंसी में पहुंचे थे। यहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। प्रेम सागर ने बताया कि इमरजेंसी में बनाए गए कार्ड पर उनके पुत्र का ही नाम लिखा था, लेकिन मृत्यु प्रमाण के लिए भेजे कागजों में उनके पुत्र राजेश के स्थान पर उनका नाम प्रेम सागर पांडेय पुत्र वासुदेव पांडेय लिखकर भेज दिया गया है। इसके बाद से ही उनके लिए परेशानियां बढ़ गई हैं। अब ऐसे में 20 जून को अगर प्रमाण पत्र जारी होता है, तो उसमें प्रेम सागर पांडेय को मरा हुआ दिखाया जाएगा।
प्रेम सागर पांडेय भिवाड़ी (राजस्थान) के समीप स्थित कुशखेड़ा में में नौकरी करते थे और लॉकडाउन से पूर्व ही फरीदाबाद बाद आ गए थे। अब अनलॉक लागू हो गया है और कंपनी से फोन आ रहे हैं, लेकिन परिवार की जिम्मेदारी संभालने वाला नहीं होने की वजह से परेशानी हो रही है। उन्हें समझ नहीं आ रही है कि वह किस अधिकारी के पास जाएं, जिससे स्वास्थ्यकर्मियों की गलती जल्द से जल्द ठीक हो जाए। इस बाबत प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव ने कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है, अगर ऐसा है, तो जल्द ही समस्या का समाधान करा दिया जाएगा।