MahaShivRatri: उज्जैन की तरह यहां भी होती है महाकाल की पूजा, रोज होता है अलग-अलग स्वरूपों का श्रृंगार

सूरजकुंड रोड स्थित बाबा महाकाल गो गोपाल मंदिर में उज्जैन की तरह ही महाकाल के अलग-अलग स्वरूपों का श्रृंगार किया जाता है। विश्व हिंदू परिषद की ओर से संचालित गोपाल गोशाला में स्थापित मंदिर में स्थापित शिवलिंग को ही अष्टगंध चंदन और भस्म से महाकाल का स्वरूप दिया गया है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 10 Mar 2021 03:36 PM (IST) Updated:Wed, 10 Mar 2021 03:53 PM (IST)
MahaShivRatri: उज्जैन की तरह यहां भी होती है महाकाल की पूजा, रोज होता है अलग-अलग स्वरूपों का श्रृंगार
मंदिर में सात फुट का तांबे का शेषनाग है और करीब छह फुट का शिवलिंग है।

फरीदाबाद अनिल(बेताब)। MahaShivRatri:  सूरजकुंड रोड स्थित बाबा महाकाल गो गोपाल मंदिर में उज्जैन की तरह ही महाकाल के अलग-अलग स्वरूपों का श्रृंगार किया जाता है। इस बार भी शिवरात्रि को घ्यान में रखते हुए तैयारी की गई है। विश्व हिंदू परिषद की ओर से संचालित गोपाल गोशाला में स्थापित मंदिर में स्थापित शिवलिंग को ही अष्टगंध चंदन और भस्म से महाकाल का स्वरूप दिया गया है।

पंडित अनिल शास्त्री, पंडित अंशुल तथा पंडित भगवत प्रसाद ने महाकाल का श्रृंगार कर बुधवार को शिवरात्रि की तैयारी शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार सुबह चार बजे से रुद्राभिषेक का सिलसिला शुरू किया जाएगा। महाकाल के स्वरूप को तैयार के लिए उज्जैन से भस्म मंगवाई गई थी। पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार जिस तरह उज्जैन में काल सर्प दोष निवारण होता है, ठीक वैसे ही यहां भी काल सर्प दोष निवारण होगा। पंडित अंशुल ने बताया कि महाकाल के 108 रूपरूप हैं। मंदिर में रोजाना अलग-अलग रूपरूप तैयार किए जाते हैं, जिनका श्रृंगार किया जाता है।  

शिव मंदिर में चांदी की जलधरी  

सैनिक कालोनी स्थित शिव मंदिर में करीब 22 फुट का शिवलिंग है। जलाभिषेक के लिए बृहस्पतिवार सुबह चार बजे मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। पंडित शशीकांत पांडेय ने बताया कि मंदिर में करीब चार किलोग्राम चांदी की जलधरी भी तैयार कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर को करीब 150 किलोग्राम फूलों से सजाया जाएगा। प्रसाद वितरण के लिए फलों का भी इंतजाम किया गया है। करीब 150 किलोग्राम बेर तथा 300 दर्जन केले मंगवाए गए हैं। 

थाईलैंड के फूलों से होगी शिव पूजा 

दो नंबर स्थित शिवालय मंदिर को बुधवार को फूलों को सजाया गया। मंदिर दरबार सजाने तथा शिव पूजा के लिए मंदिर में रजनीगंधी, गुलाब, गेंदा के करीब 100 किलोग्राम फूलों का इंतजाम किया गया। प्रमुख पुजारी बसंता कुमार के अनुसार इस बार थाईलैंड से आर्किड के फूल मगवाए गए हैं। बुधवार को फूल विक्रेता खोकन बंगाली मंदिर परिसर को फूलों से सजाने में जुटे दिखाई दिए। 

शहर में निकलेगी शिव बारात 

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर कमेटी की ओर से बृहस्पतिवार को तिकोना पार्क से शिव बारात निकाली जाएगी, कमेटी के प्रधान जगदीश भाटिया के अनुसार शिवरात्रि के मौके पर दोपहर दो बजे मंदिर से शिव बारात निकाली जाएगी। शिव-पार्वती की जयमाला की रस्म शाम चार बजे मार्केट नंबर एक के हनुमान मंदिर में होगी। बाद में मंदिर में शिव जागरण का भी आयोजन किया जाएगा।

ऐसे ही श्री तत्कालेश्वर शिव मंदिर की ओर से शिवरात्रि के मौके पर शिव बारात निकाली जाएगी। प्रधान हर्ष मल्होत्रा तथा महेश बजाज ने बताया कि पांच नंबर से निकाली जाने वाली शिव बारात में बांके बिहारी मंदिर, श्री राम मंदिर, श्री राधा सर्वेश्वर मंदिर, श्री साईं धाम मंदिर, श्री हरि मंदिर, श्री दुर्गा मंदिर, दुर्गा माता पंचायती पांच डी मंदिर कमेटी तथा श्री माता वैष्णो देवी मंदिर पांच नंबर एफ ब्लाक का विशेष सहयोग रहेगा।  

ऐसे करें महाकाल के दर्शन 

अगर आप शिवरात्रि पर महाकाल के दर्शन करना चाहते हैं, तो फरीदाबाद से जाने वाले श्रद्धालु बड़खल अनखीर चौक होते हुए श्री गोपाल गोशाला पहुंच कर महाकाल की पूजा कर सकते हैं। आप दिल्ली, प्रह्लादपुर, सूरजकुंड से अनंगपुर चौक होते भी श्री गोपाल गोशाला आ सकते हैं।  विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रमेश गुप्ता ने अपील की है कि श्रद्धालु मास्क लगाकर आएं और मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान शारीरिक दूरी का पालन अवश्य करें

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