Haryana Polices Eagle App: अपराधियों पर पैनी नजर रखेगा हरियाणा पुलिस का ईगल ऐप

Haryana Polices Eagle App बताया जा रहा है कि हरियाणा पुलिस नवंबर में Eagle APP को लांच कर सकती है। पुलिसकर्मी अपराधी के नाम पते या किसी अन्य पहचान से भी उसकी हिस्ट्री चुटकियों में पता कर सकेंगे।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 11:17 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 11:17 AM (IST)
Haryana Polices Eagle App: अपराधियों पर पैनी नजर रखेगा हरियाणा पुलिस का ईगल ऐप
अपराधियों पर लगाम लगाएगा पुलिस का ईगल ऐप।

फरीदाबाद [हरेंद्र नागर]।  Haryana Polices Eagle App: गिद्ध के सैकड़ों मीटर दूर से ही अपने शिकार को देख लेता है और उस पर पैनी दृष्टि रखता है। अब हरियाणा पुलिस भी ऐसा ही ऐप लेकर आ रही है, जो अपराधियों पर गिद्ध की तरह पैनी दृष्टि रखेगा। ऐप की इसी खूबी के कारण इसे ईगल ऐप दिया है। वैसे तो अधिकारिक रूप से यह ऐप नवंबर में लांच होना है, मगर फरीदाबाद पुलिस ने ट्रायल के रूप में इस ऐप पर काम शुरू कर दिया है। इस ऐप को राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के साथ ही हरियाणा पुलिस के डाटा बेस के साथ जोड़ा जाएगा। अपराधियों की फोटो के अलावा उनका नाम, पता, पहचान, आपराधिक रिकार्ड इस डाटा बेस पर मौजूद है। इसे लगातार अपडेट भी किया जाता है।

सभी पुलिसकर्मियों को यह ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड करके रखना होगा। नाकों पर चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी किसी संदिग्ध व्यक्ति का चेहरा इस ऐप में स्कैन करेंगे तो उसकी पूरी हिस्ट्री सामने आ जाएगी। ऐसे कई अपराधी जो सालों से फरार चल रहे हैं और सड़कों पर आजाद घूम रहे हैं। उनकी धरपकड़ में यह ऐप बेहद अहम भूमिका निभाएगा। हरियाणा पुलिस नवंबर में इसे लांच कर सकती है। पुलिसकर्मी अपराधी के नाम, पते या किसी अन्य पहचान से भी उसकी हिस्ट्री चुटकियों में पता कर सकेंगे।

फरीदाबाद पुलिस ने शुरू किया ट्रायल

फरीदाबाद पुलिस ने इस ऐप का ट्रायल शुरू कर दिया है। एसीपी क्राइम अनिल कुमार को इस ऐप के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि शहर के सभी पुलिसकर्मियों को ईगल ऐप डाउनलोड करने व इसके इस्तेमाल की ट्रेनिंग दे दी गई है। इस ऐप को इतना सक्षम बनाया जाएगा कि अगर कोई अपराधी अपना हुलिया भी बदल लेगा तो भी ऐप उसके चेहरे को स्कैन करते ही पहचान लेगा। उसकी वास्तविक फोटो सामने ला देगा।

राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो से भी होगा कनेक्ट

यह ऐप राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूराे से भी कनेक्ट होगा। इससे देश के किसी भी कोने में आपराधिक रेकार्ड होने से अपराधी का चेहरा स्कैन होते ही उसकी हिस्ट्रीशीट सामने आ जाएगी। इस ऐप को कारगर बनाने के लिए पुलिस लगातार पकड़े जा रहे अपराधियों का रिकार्ड इस पर अपलोड कर रही है। यूपी, पंजाब और राजस्थान पुलिस भी इस ऐप पर काम कर रही हैं।

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