फरीदाबाद: अवैध कबाड़ गोदाम में आग से नीलम-अजरोंदा रेलवे ओवरब्रिज क्षतिग्रस्त
पुल के नीचे से मालगड़ी गुजरती हैं। बताया जा रहा है कि अगर आग फैलती तो ट्रेन तक पहुंच सकती थी। पुल के नीचे एक लोहे की अलमारी में गैस सिलेंडर मिला। दमकल कर्मियों ने अलमारी का ताला तोड़कर सिलेंडर बाहर निकाला और फटने से पूर्व आग बुझाई।
फरीदाबाद, जेएनएन। जिले के सबसे पुराने नीलम-अजरोंदा रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे अवैध रूप से बने कबाड़ गोदाम में भीषण आग लग गई। फायर ब्रिगेड ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया, मगर आग से पुल के दो पिलर क्षतिग्रस्त हो गए। इसे देखते हुए पुल की दोनों लेन पर वाहनों का आवागमन रोका गया है। आग के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। आग से दो कारें जल गईं। फायर स्टेशन नजदीक ही है, ऐसे में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां समय रहते मौके पर पहुंच गईं।
इससे आग को आस-पास दुकानों तक फैलने से पहले ही काबू पा लिया। किसी व्यक्ति के झुलसने की सूचना नहीं है। नीलम-अजरोंदा रेलवे ओवरब्रिज के नीचे 25 दुकानें नगर निगम ने अलाट की हुई हैं। रेलवे लाइन के दोनों तरफ पुल के नीचे कुछ जगह खाली है। इसमें रेलवे किनारे बनी झुग्गियों में रहने वालों ने अवैध रूप से कबाड़ गोदाम बनाया हुआ है। दिनभर कबाड़ बीनकर यहां इकट्ठा करते हैं। जिसे बाद में अलग-अलग कर बेचा जाता है। पान, बीड़ी, चाट व अंडे की कुछ रेहड़ियां भी यहां स्थाई रूप से खड़ी होती हैं। दिन में कुछ लोग कारें भी इस जगह खड़ी करके चले जाते हैं। शाम करीब 4 बजे कबाड़ गोदाम में आग लग गई। देखते-देखते आग भड़क गई। आस-पास अफरा-तफरी मच गई।
कबाड़ में से उठ रहा काला धुआं दूर तक दिखाई देने लगा। धुआं उठते देख दूर-दूर से लोग मौके पर पहुंचने लगे। एनआइटी फायर स्टेशन से गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की मशक्कत शुरू कर दी। कबाड़ गोदाम में पेंट के काफी डिब्बे थे, जिनमें धमाके होते रहे। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक आसपास तमाशबीनों की काफी भीड़ जमा हो गई। पुलिस को भीड़ हटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। कोतवाली थाना प्रभारी एसआइ महेंद्र का कहना है कि आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने पुष्टि की कि किसी के झुलसने की सूचना नहीं है।
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