निगम को सवा महीने में भी जर्जर नीलम ओवरब्रिज पिलर्स की मरम्मत को नहीं मिल पाया ठेकेदार
हफ्ते भर बाद टेंडर खोले जाने थे। संबंधित कंपनी को जर्जर पिलर्स की पूरी तरह मरम्मत करने के लिए 45 दिन का समय दिया जाता मगर 30 नवंबर तक कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया। अब निगम ने नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की है।
फरीदाबाद(अनिल बेताब)। नीलम ओवरब्रिज के पिलर्स मरम्मत करने के लिए नगर निगम को सवा महीना बीत जाने के बाद भी कोई ठेकेदार नहीं मिल पा रहा है। पिलर्स मरम्मत का काम लटकने से लोगों को जाम से जूझना पड़ रहा है। नीलम ओवरब्रिज से दोनों तरफ से वाहनों के आवागमन का सिलसिला शुरू होने में अभी और समय लगेगा। वैसे निगम ने जर्जर पिलर्स की मरम्मत के लिए 12 नवंबर को टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी। हफ्ते भर बाद टेंडर खोले जाने थे। संबंधित कंपनी को जर्जर पिलर्स की पूरी तरह मरम्मत करने के लिए 45 दिन का समय दिया जाता, मगर 30 नवंबर तक कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया। अब निगम ने नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। अभी तक नीलम ओवरब्रिज से एक तरफ से ही आवागमन चालू है।
बता दें कि 22 अक्टूबर को नीलम ओवरब्रिज के नीचे कबाड़ में आग लग गई थी। आग लगने से ओवरब्रिज के पिलर्स बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। उस समय ओवरब्रिज से दोनों तरफ का अवागमन बंद कर दिया गया था। नीलम से अजरौंदा, राष्ट्रीय राजमार्ग जाने वाले ओवरब्रिज के पिलर्स की हालत अधिक खराब थी। ऐसे ही अजरौंदा से नीलम चौक की तरफ आने वाले पिलर्स कम क्षतिग्रस्त हुए थे। निगम ने लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार से पिलर्स की छोटी-मोटी मरम्मत करके इस रास्ते को आवागमन के लिए 2 नवंबर शाम को खोल दिया गया था। भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी, जो अभी तक बरकरार है।
परेशान हैं वाहन चालक
नीलम पुल से आने-जाने वाले वाहन चालक इन दिनों परेशान हैं। जाम लगने के कारण देर तक उन्हें नीलम चौक पर ही लंबा इंतजार करना पड़ता है। मंगलवार को भी यहां से निकलने वालों को जाम से जूझना पडा।
मैं आटो में बैठ कर जब नीलम चौक से ओल्ड फरीदाबाद की ओर निकलता हूं, तो रेंग-रेंग कर आटो चलता है। यहां आए दिन जाम लगा रहता है।
वैभव।
पिलर्स जर्जर हुए कई दिन हो चुके हैं। नगर निगम को लोगों की परेशानी को देखते हुए जल्द मरम्मत कार्य शुरू कराना चाहिए।
विपिन।
मैं अपने आटो में सवारियां बैठा कर जब नीलम चौक से ओल्ड फरीदाबाद की तरफ आता जाता हूं, तो घंटों जाम में फंसना पड़ता है।
शेर मोहम्मद।
नीलम पुल से एक तरफ से ही आना-जाना हो रहा है। जब दोनों तरफ से आना जाना चालू होगा, तभी जाम से छुटकारा मिल सकता है।
बबलू सिंह।
अब तक कोई ठेकेदार पिलर्स मरम्मत के लिए आगे नहीं आया है। अब हमने नए सिरे से टेंडर लगाए हैं और व्यक्तिगत रूप से कई ठेकेदारों को जानकारी दी है। उम्मीद है कि तीन दिसंबर शाम तक कोई न कोई ठेकेदार आगे आ जाएगा। इसके बाद मरम्मत कार्य के लिए ठेकेदार को 45 दिन का समय दिया जाएगा।
डा. यश गर्ग, निगमायुक्त।
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