घर के बुजुर्गों का ख्याल रखती है यह स्मार्ट वॉच, मनपंसद व्यंजन ढूंढने में मदद करेगा एप Faridabad News
12वीं कक्षा के छात्र अवि आहूजा ने 16 वर्ष की आयु में दो एप और एक स्मार्ट वॉच बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
फरीदाबाद, जेएनएन। डीपीएस सेक्टर-19 में 12वीं कक्षा के छात्र अवि आहूजा ने 16 वर्ष की आयु में दो एप और एक स्मार्ट वॉच बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। अवि ने एक फूड सैमुराई नाम का एप तैयार किया है। इस एप के जरिए कोई भी व्यक्ति आसानी से पता लगा सकता है कि वह कौन सा व्यंजन खाना चाहता है। यह एप उस व्यंजन को ढूंढने में भी मदद करता है।
गूगल प्ले स्टोर से डाउन लोड करने के बाद एप 21 तरह के व्यंजन प्रदर्शित करेगा, इसी तरह से प्लोउटोस एप तैयार किया है, जो फिजूलखर्ची पर रोक लगाने में मददगार साबित होगा। वहीं स्मार्ट वॉच घर में अकेले बुजुर्गों का हाल-चाल बाहर दफ्तर-कारोबार में व्यस्त उनके बच्चों को जानकारी देगी। मंगलवार को एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में अवि आहूजा ने दिल्ली पब्लिक स्कूल सेक्टर-19 की उप प्रधानाचार्या ज्योति ढल, माता-पिता आशिमा व अमित आहूजा के साथ अपनी इन उपलब्धियों की जानकारी दी।
अवि के अनुसार फूड सैमुराई एप पर रेटिंग करनी होगी। इसके बाद अपनी रुचि के अनुसार, पांच व्यंजन प्रदर्शित किए जाएंगे। इनमें से एक व्यंजन को चुनने के बाद दो विकल्प आएंगे। इनमें से बनाने की विधि होगी, जबकि दूसरा निजी कंपनी का विकल्प दिया गया है। यदि कोई निजी कंपनी से खरीदना चाहता है, तो ऑर्डर दे सकता है। अवि ने प्लोउटोस नाम का एक एप तैयार किया है, जो किसी उत्पाद की किन-किन वेबसाइट पर क्या कीमत है, यह जानकारी देता है।
घर के बुजुर्गों का ख्याल रखती है स्मार्ट वॉच
अवि ने बताया कि उन्होंने कई बार बुजुर्गों की तकलीफों को करीब से देखा है और नियमित रूप से वृद्धाश्रम जाते हैं। इसके अलावा एकल परिवार प्रणाली आने के बाद से परिवार छोटे हो गए है। दंपती नौकरी करते हैं, जबकि बुजुर्ग घर पर अकेले रहते हैं। कई बार बुजुर्गों की अचानक तबीयत खराब हो जाती है। ऐसी आपात स्थिति में समय पर उपचार मिलने से जीवन बचाया जा सकता है। इससे प्रभावित होकर अवि ने विभिन्न मेडिकल मापदंडों पर नजर रखने वाली स्मार्ट वॉच बनाई है। इसे सीनियर साथी नाम दिया है। इस घड़ी को आठ हजार रुपये की लागत से तैयार किया गया। बुजुर्ग को यह घड़ी हाथ में पहननी होती है।
इस पर रक्तचाप और हृदयगति के बारे में अपडेट मिलते हैं। घड़ी को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से ब्लूटूथ के जरिए के कनेक्ट किया जाता है और उस डिवाइस को इंटरनेट या वाईफाई के जरिए परिवार के एक सदस्य के मोबाइल से कनेक्ट होती है। यदि बुजुर्ग का रक्तचाप या हृदयगति में किसी प्रकार का परिवर्तन आता है, तो इसकी सूचना तुरंत डिवाइस के जरिए संबंधित फोन पर मैसेज और कॉल के जरिए बुजुर्ग की तबीयत खराब होने की सूचना मिलती है। अवि को पिछले दिनों अमेरिका में आयोजित लॉन्च एक्स एंट्रोप्रेन्योरशिप कार्यक्रम ने 40 दिन की कार्यशाला के लिए आमंत्रित भी किया था। उनकी उपलब्धियों पर यूएसए में सम्मानित भी किया गया।
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