Railways News: दादरी-मुंबई के बीच 1500 km लंबे रेल ट्रैक का काम तेज, इसी साल मिलेगी सौगात

Mumbai-Dadri Dedicated Freight Corridor दादरी-मुंबई के बीच लगभग 1500 किमी का ट्रैक है। डीएफसी डबल ट्रैक के होंगे। यानी आने-जाने वाली मालगाड़ियों के लिए अलग-अलग पटरियां होंगी। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि एक साथ ज्यादा माल एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकेगा।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 09:46 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 09:46 AM (IST)
Railways News: दादरी-मुंबई के बीच 1500 km लंबे रेल ट्रैक का काम तेज, इसी साल मिलेगी सौगात
दादरी-मुंबई के बीच लगभग 1500 किमी का ट्रैक है।

फरीदाबाद [प्रवीन कौशिक]। मुंबई-दादरी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के लिए अब पटरी बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है। पृथला से फरीदाबाद की ओर करीब सात किलोमीटर पटरी बिछाई जा चुकी हैं। कारिडोर के लिए पृथला में जंक्शन बनाया जा रहा है। यहां नया औद्योगिक हब बन चुका है। दादरी को मुंबई में जवाहर लाल नेहरू बंदरगाह से जोड़ने वाला डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र को जोड़ेगा। इसका लाभ उत्तर रेलवे को भी मिलेगा और यहां से देश के अन्य हिस्से में अनाज व अन्य सामान की ढुलाई तेजी से हो सकेगी। बता दें दादरी-मुंबई के बीच लगभग 1500 किमी का ट्रैक है। डीएफसी डबल ट्रैक के होंगे। यानी आने-जाने वाली मालगाड़ियों के लिए अलग-अलग पटरियां होंगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि एक साथ ज्यादा माल एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा सब्जी, फल और दूध जैसी जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं को होगा। ये पूरी तरह से अति आधुनिक सिग्नल, ट्रैक, इंजन और कम्युनिकेशन सुविधाओं से भी जुड़ी होंगी।

20 फीट ऊंचा है ट्रैक

यह कारिडोर करीब 20 फीट ऊंचा बनाया जा रहा है ताकि आमजन सहित कोई जानवर इस पर न चढ़ सके। इससे हादसे होने की आशंका भी कम होगी। मुंबई-दादरी रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के लिए रेलवे की लाइन औद्योगिक नगरी में 28 किमी एरिया से गुजरेगी। इसके लिए जिले के 20 गांव की 551 एकड़ भूमि अधिगृहीत की जा चुकी है। कारिडोर निर्माण का काम भी तेजी से किया जा रहा है। कॉरिडोर जिन मार्गों को पार कर रहा है, वहां अंडरपास बनाने का काम भी किया जा रहा है। कई जगह इनका काम पूरा भी हो चुका है।

वीरभान शर्मा (प्रधान, फरीदाबाद आइएमटी इंडस्ट्री एसोसिएशन) का कहना है कि डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर सड़कों से ट्रकों का बोझ हटाने में मददगार साबित होगा। एक मालगाड़ी में 200 से 300 ट्रकों के बराबर माल ढोया जा सकेगा। साफ है इससे सड़कों का बोझ भी कम होगा। जब सड़कों पर इतनी बड़ी संख्या में ट्रक नहीं उतरेंगे तो वायु प्रदूषण भी नहीं होगा। उद्योग जगत का माल सुरक्षित एक स्थान से दूसरे स्थान तक समय पर पहुंच सकेगा।  

वाईपी शर्मा (उप मुख्य परियोजना प्रबंधक, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन) का कहना है कि कॉरिडोर का निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है। पटरी बिछाना भी शुरू कर दिया गया है। उम्मीद है कि दिसंबर 2021 में इसका निर्माण पूरा हो जाए। जल्द सभी अंडरपास बनकर तैयार हो जाएंगे। 

बीआर भाटिया (प्रधान, फरीदाबाद इंडस्ट्री एसोसिएशन) के मुताबिक, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन बनने के बाद औद्योगिक नगरी को बड़ी राहत मिलेगी। बंदरगाह तक कच्चा व तैयार माल लाने ले जाने में दिक्कत नहीं होगी। फिलहाल बंदरगाह तक बड़े मालवाहक वाहनों के माध्यम से माल पहुंचाया जाता है। जहां हमारा माल 15 दिन में पहुंचता है, अब सप्ताह ही लगेगा। समय पर माल की डिलीवरी सुनिश्चित हो सकेगी।

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