शारदीय नवरात्र आज से, सजा मां का द्वार और दरबार

शारदीय नवरात्र की शुरुआत बृहस्पतिवार से होगी। पूर्व संध्या पर भक्तों ने खरीदारी की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 03:14 PM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 03:14 PM (IST)
शारदीय नवरात्र आज से, सजा 
मां का द्वार और दरबार
शारदीय नवरात्र आज से, सजा मां का द्वार और दरबार

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : शारदीय नवरात्र की शुरुआत बृहस्पतिवार से होगी। पूर्व संध्या पर बुधवार को मंदिरों में तैयारी जोर-शोर से होती नजर आई। चैत्र नवरात्र के दौरान कोरोना का संक्रमण ज्यादा था, तो इसलिए मंदिरों में ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी और श्रद्धालु भी घरों में ही मां जगदंबा की पूजा अर्चना करने पर जोर दे रहे थे। गत वर्ष तो कोरोना के चलते मंदिरों के कपाट खुले ही नहीं थे। इस बार कोरोना का संक्रमण कमजोर है, तो श्रद्धालुओं के साथ-साथ मंदिर प्रबंधक भी उत्साहित हैं। बाजारों में भी रौनक देखी गई। श्रद्धालु माता की चुनरी, नारियल तथा पूजन सामग्री की खरीदारी करते नजर आए। एनआइटी तिकोना पार्क स्थित श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर में मां दुर्गा के स्वरूप के दर्शन करने की श्रद्धालुओं की पहली प्राथमिकता रहती है। इसलिए यहां विशेष प्रबंधों में संचालक जुटे रहे। इसके अलावा श्री सिद्धपीठ काली मंदिर, जवाहर कालोनी श्री राम मंदिर, सैनिक कालोनी शिव मंदिर, पांच नंबर बांके बिहारी मंदिर, कुमाऊं सांस्कृतिक मंडल, सेक्टर-15में गीता मंदिर, गांव अनंगपुर के पहाड़ी पर स्थित हैरी पर्वत मंदिर और सेक्टर-17 स्थित देवी शारिका के मंदिर में सेवादार मां दुर्गा के दरबार को सजाते संवारने में व्यस्त दिखे। बड़ी संख्या में ऐसे भी श्रद्धालु हैं, जो घर पर ही रह कर देवी दुर्गा की आराधना करेंगे। पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैल पुत्री स्वरूप की पूजा होगी। पूजन सामग्री की खरीदारी

नवरात्र की तैयारियों को लेकर एनआइटी मार्केट नंबर एक, दो, पांच व अन्य बाजारों में श्रद्धालुओं ने पूजन सामग्री की खरीदारी की। देवी मां की चुनरी, नारियल, बताशा, लौंग, कलावा, शृंगार का सामान तथा अन्य पूजन सामग्रियों की खरीदारी की गई। पांच नंबर निवासी सारिका ने बताया कि उनके घर में मंदिर बना हुआ है। अब पहले नवरात्र को देवी मां की मूर्ति की स्थापना करेंगी। इसलिए उन्होंने मूर्ति और पूजन सामग्री की खरीदारी की है। पूजन सामग्री विक्रेता सन्नी ने बताया कि इस बार कोरोना संक्रमण नहीं है, तो अच्छी बिक्री की उम्मीद है। चैत्र नवरात्र में तो लाकडाउन था, इसलिए व्यापार कोई खास नहीं हुआ। अब माता रानी की कृपा है और बाजार व मंदिर खुले हैं। उन्होंने बताया कि कपड़े और नेट वाली अलग-अलग चुन्नी की ज्यादा मांग है, जिनकी कीमत 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक हैं। 30 रुपये से 400 रुपये कीमत के माता के वस्त्र भी हैं। बाजार में मां का आसन भी

नवरात्र के दौरान देवी मां के पूजन के लिए बाजारों में मां का आसन भी है। कई तरह की माला और कलावा भी हैं। मां के दरबार में चढ़ाने के लिए अलग-अलग कीमत की माला भी हैं। माला की खरीदारी कर रहीं सुनीता ने बताया कि उन्होंने बाजार से देवी मां का आसन और माला खरीदी हैं। पूजन सामग्री विक्रेता सोनू चावला ने बताया कि वेलवेट पर कढ़ाई किए गए आसन भक्त पसंद कर रहे हैं। इनकी कीमत 80 रुपये से 500 रुपये तक हैं। घर में भी कर सकते हैं कलश स्थापित

सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के पंडित उमाशंकर के अनुसार मां दुर्गा सभी पर बराबर कृपा व स्नेह की अमृत वर्षा करती हैं। चाहे श्रद्धालु मंदिर आया है या वो घर पर ही पूजा कर रहा है। मंदिर में बस एक माहौल मिल जाता है। श्रद्धालु अगर घर में देवी मां की पूजा, अर्चना करना चाहते हैं, तो घर में ही कलश स्थापित कर सकते हैं। सबसे पहले मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित करें। इसी स्थान पर आसन बिछा लें। वहां घी का एक और सरसों के तेल का दूसरा दीया जला लें। अब मिट्टी की एक परात लें। इस परात में रेत डाल दें। इस परात में रेत पर जौ डालें। जौ ऐसे डालें जैसे आप उसे बो रहे हैं। मिट्टी के कलश में पानी या गंगाजल डाल कर उसे वहीं स्थापित कर दें। इसके बाद पूजा, अर्चना शुरू की जा सकती है। माता रानी की कृपा है कि इस बार कोरोना संक्रमण कमजोर है, पर इसका अर्थ यह नहीं है कि हमें कोई लापरवाही बरतनी है। सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि मंदिर में प्रवेश करते समय मास्क जरूर लगाएं। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करें। हाथों को सैनिटाइज करें।

-जगदीश भाटिया, प्रधान, श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर। कोरोना को ध्यान में रखते हुए ही हमने मंदिर में नवरात्र महोत्सव की तैयारी की हैं। एक साथ मंदिर में 50 श्रद्धालु प्रवेश कर पाएंगे। सेवादार व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करेंगे।

-राम जुनेजा, प्रधान, श्री राम मंदिर कमेटी, जवाहर कालोनी।

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