संदिग्ध परिस्थितियों में एमबीए के छात्र की मौत

ओल्ड फरीदाबाद निवासी एमबीए के छात्र 24 वर्षीय कविश की संदिग्ध परिस्थितियो में मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 06:36 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 06:36 PM (IST)
संदिग्ध परिस्थितियों में  एमबीए के छात्र की मौत
संदिग्ध परिस्थितियों में एमबीए के छात्र की मौत

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : ओल्ड फरीदाबाद निवासी एमबीए के छात्र 24 वर्षीय कविश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। स्वजन ने उसके दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है। कविश के पिता ओल्ड फरीदाबाद सैय्यदवाड़ा निवासी पवन खन्ना सामाजिक कार्यकर्ता व डीएवी पब्लिक स्कूल सेक्टर-14 में प्रशासनिक शाखा में कार्यरत हैं। उनकी शिकायत पर एसजीएम नगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पोस्टमार्टम स्थल पर गमगीन अवस्था में पवन खन्ना ने बताया कि बेटा कविश देहरादून में एमबीए अंतिम वर्ष का छात्र था। वह अपने पेपर देकर रविवार को ही घर आया था। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे कविश स्कूटी लेकर यह कह कर घर से निकला कि दोस्तों से मिलने जा रहा है। शाम करीब साढ़े सात बजे कविश के फोन से उसके भाई विभोर के पास फोन आया। फोन करने वाले ने अपना नाम पिटू मिड्ढा बताया। उसने कहा कि वह कविश को बादशाह खान अस्पताल में लेकर आया है। यहां डाक्टर उसे एडमिट नहीं कर रहे। यह सुन कर पवन खन्ना और विभोर तुरंत बादशाह खान अस्पताल पहुंचे। उन्हें कविश मृत मिला, जबकि पिटू गायब था। पवन के अनुसार कविश की जेब से उसका फोन व पर्स गायब थे। अनुमान है कि पिटू व उसके साथी कविश का फोन व पर्स लेकर गए हैं। कविश के पैर में चोट का निशान था। उसके मुंह से खून आ रहा था। पुलिस का कहना है कि पिटू व अन्य के खिलाफ हत्या व लूट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया है। पोस्टमार्टम में मौत के कारण को लेकर डाक्टर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके। शव का विसरा सुरक्षित किया गया है। उसे जांच के लिए मधुबन भेजा जाएगा। विसरा रिपोर्ट से ही मौत का कारण पता चलेगा। क्राइम ब्रांच डीएलएफ मामले की जांच में जुट गई है। पिटू व उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इस मामले के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। क्राइम ब्रांच की टीमें उनके पीछे लगी हुई है। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी होगी। ड्रग्स के एंगल पर भी हमारी टीमें जांच में जुटी हैं।

-जयवीर सिंह राठी, डीसीपी क्राइम

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