लाइटें ठीक होने का करते हैं दावा, फिर जलती क्यों नहीं
एक दशक से ग्रेटर फरीदाबाद में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : एक दशक से ग्रेटर फरीदाबाद में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं। यहां सड़क, सीवर और पेयजल समस्या के अलावा दिन ढलते ही अंधेरा होना भी बड़ी समस्या है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारी दावा करते हैं कि यहां अधिकतर लाइटें ठीक हैं। इसी दावे की हकीकत जानने और अधिकारियों को आइना दिखाने के लिए ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-89, पार्कलैंड्स में रहने वाले सुमेर खत्री ने मास्टर रोड पर लगी लाइटों का सर्वे कर लिया। तीन दिन 4 से 5 घंटे सेक्टर-81 से 89 तक 21 विभिन्न मास्टर रोड पर एक-एक लाइट को देखा। इसकी रिपोर्ट तैयार कर प्राधिकरण के अधिकारियों को भेजी। रिपोर्ट के अनुसार 1628 लाइटों में से 864 बंद हैं। अब इन लाइटों को ठीक कराने की मांग की गई है। कई जगह पोल ही गायब
खत्री ने बताया कि वह कई साल से ग्रेटर फरीदाबाद में मूलभूत सुविधाओं के लिए अधिकारियों से पत्राचार करते आ रहे हैं। अब मुद्दा लाइटों का है। ग्रेटर फरीदाबाद में 75 मीटर मास्टर रोड पर अमृतानंदमयी अस्पताल के पास छह महीने से लाइटें बंद हैं। मास्टर रोड पर 13 पोल गायब हैं, 28 लाइटें टूट गई हैं। सेक्टर-84, 85, 88 और 89 के पास लगी हुई मेन लाइटें ठीक जगह नहीं लगाई गई हैं और अक्सर बंद रहती हैं। एफएमडीए करेगा टेकओवर
मास्टर रोड को फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण टेकओवर करेगा। इससे अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारी यहां बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। सुमेर खत्री के अनुसार लाइटों की बाबत कहां किससे शिकायत करें, इसका कोई समाधान नहीं है। अधिकारी सुनवाई नहीं करते। अंधेरे की वजह से कई बार हादसे हो चुके हैं। यहां रहने वाले दो लाख से अधिक लोग परेशान हैं। अब इसकी शिकायत व सर्वे रिपोर्ट जिला उपायुक्त सहित एफएमडीए और एचएसवीपी अधिकारियों को भेजी गई है। उनके अनुसार जो लाइटें ठीक हैं, वह अक्सर दिन में जलती रहती हैं। यहां अधिकारी निरीक्षण नहीं करते कि क्या हालत है। इसलिए एक टीम को नियमित रूप से जांच करनी चाहिए। फिलहाल मास्टर रोड हमारे पास ही है। जहां-जहां लाइटें खराब हैं, उन्हें ठीक करा दिया जाएगा। इसका जल्द सर्वे करा लिया जाएगा।
-अश्वनी गौड़, कार्यकारी अभियंता, एचएसवीपी