जाम से बढ़ रहा प्रदूषण का स्तर
नीलम पुल बंद होने से एक साथ कई परेशानी खड़ी हो गई हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : नीलम पुल बंद होने से एक साथ कई परेशानी खड़ी हो गई हैं। वाहन चालकों को तो परेशानी हो रही है, साथ में यातायात पुलिस की भी दिक्कत बढ़ गई है। सबसे अहम इस समय प्रदूषण है। जो बीते दो दिन के मुकाबले शुक्रवार को बढ़ गया। क्योंकि अब राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर बड़खल, ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास, बाटा और सोहना रेलवे पुलों पर वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल अधिक जल रहा है। इसका सीधा असर प्रदूषण के स्तर पर भी पड़ रहा है। यदि बात करें बीते कुछ दिन की तो अभी तक इस सीजन का सबसे अधिक प्रदूषित दिन शुक्रवार रहा है। एनआइटी जोन में 20 अक्टूबर को पीएम 2.5 की मात्रा 226 थी, 21 को 317, 22 को 310 और 23 को यह मात्रा 355 तक पहुंच गई है। ऐसा ही हाल जहां प्रदूषण मापन मशीनें लगी हैं, वहां का भी है। सभी जगह यह मात्रा कुछ दिनों के मुकाबले बढ़ी हुई है। आपातकालीन सेवाएं होंगी प्रभावित
नीलम पुल बंद होने से पूरे एनआइटी क्षेत्र की यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। इस कारण रेलवे पुलों पर वाहनों की लंबी लाइन दिखाई दे रही है। इसका असर आपातकालीन सेवाओं पर भी पड़ने की आशंका है। क्योंकि एनआइटी में बीके अस्पताल सहित कई निजी अस्पताल हैं। रोजाना काफी एंबुलेंस रेलवे पुलों से आवागमन करती हैं। अब इन पुलों से एंबुलेंस को कैसे निकाला जाएगा, इस ओर अभी तक किसी का ध्यान नहीं गया है।