आखिर कब तक जान लेते रहेंगे गड्ढे?

दिल्ली बदरपुर बार्डर से लेकर कैल गांव तब बनाए बाईपास के सेक्टर-64-65 डिवाइडिग मोड़ पर विभाग द्वारा डाली गई सीवर लाइन की वजह से सड़क में गड्ढे बने हुए हैं। गड्ढों की वजह से वाहन तेज गति में होने के कारण असंतुलित हो जाते हैं और दुर्घटना घट जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 07:24 PM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 06:17 AM (IST)
आखिर कब तक जान लेते रहेंगे गड्ढे?
आखिर कब तक जान लेते रहेंगे गड्ढे?

सुभाष डागर, बल्लभगढ़ : अधिकारियों की लापरवाही से सड़क पर बने गड्ढे कितने खतरनाक साबित होते हैं, यह पीड़ा केवल वही लोग बता सकते हैं जिनके परिवार के सदस्य की जान गई है। पर सरकारी अधिकारियों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता। करीब 5 साल पहले बाटा चौक पर बने गड्ढे की वजह से मनोज वाधवा के 3 साल के बेटे पवित्र की जान चली गई थी। मनोज वाधवा 5 साल से गड्ढे के दोषी अधिकारियों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं हुई जिनमें जानें गई और कई घायल हो गए। अधिकतर लोग संघर्ष करने की बजाए चुपचाप बैठ जाते हैं। यही कारण है कि लापरवाही के दोषी अधिकारियों को सबक नहीं मिल पाता। बृहस्पतिवार देर शाम बाईपास के सेक्टर-64-65 डिवाइडिग मोड़ पर हुडा द्वारा डाली गई सीवर लाइन की वजह से सड़क में बने गड्ढे ने दो युवकों की जान ले ली। गड्ढों की वजह से वाहन असंतुलित हो जाते हैं और ऐसी घटनाएं हो जाती हैं। गड्ढा ले चुका है अब तक पांच जान

यहां प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस गड्ढे की वजह से आधा दर्जन दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें पांच लोगों की जान जा चुकी है। आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं के बाद भी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) के अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। इन गड्ढों की वजह से यहां से रोजाना आने-जाने वाले लोग खासे परेशान हैं। हुडा ने सेक्टर-61-62-63-64-65 में सीवर लाइन डाली है। सीवर लाइन को यहां पर आगरा नहर में डाला गया है। 14 करोड़ से बनी सड़क पर गड्ढा

हुडा ने बाईपास पर करीब 14 करोड़ रुपये की लागत से विशेष परत डाली है। सड़क अच्छी होने के कारण चालक वाहनों को काफी तेज गति से चलाते हैं। रात के अंधेरे में गड्ढे दिखाई न देने के कारण अकसर दुर्घटनाएं हो जाती है। ऐसी दुर्घटना बृहस्पतिवार की शाम को एक कार के असंतुलित होकर दूसरी तरफ आने वाले वाहनों से जा टकराने के कारण घटी है। इस दुर्घटना में कार में सवार मुकेश निवासी मांदकौल, जो हुडा विभाग में क्लर्क थे और राहुल निवासी प्रहलादपुर माजरा डीग की मौत हो गई। इन दोनों का शुक्रवार को बादशाह खान अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। दुर्घटना में कार की टक्कर से क्षतिग्रस्त मोटरसाइकिल पर सवार शिवाकांत घायल हो गए। उन्होंने सेक्टर-9 घई अस्पताल से अपना उपचार कराया है। पुलिस का कहना है कि अभी घटना के अन्य घायल सामने नहीं आए हैं। ये घटना यहां पर घटने वाली पहली नहीं है। बाईपास के नीचे जब से सीवर लाइन डाली है, तब से ये गड्ढे हुडा विभाग ने ठीक नहीं किए हैं। आए दिन इन गड्ढों के कारण यहां पर दुर्घटना घटती रहती है।

-जीत सिंह, चंदावली हमारा सेक्टर-59 में काम चल रहा है। यहां से मैं रोजाना निकल कर जाता हूं। अब तक मैं यहां पर छह दुर्घटना देख चुका है। हर दुर्घटना में किसी न किसी की मौत हुई है।

-विवेक, ओल्ड फरीदाबाद बाईपास का जब सेक्टर-64-65 का मोड़ आता है, तो तुरंत दुर्घटनाओं के ²श्य नजरों के सामने आने लगते हैं। बड़े ही संभल कर यहां से निकलते हैं। क्योंकि ऑटो में अकसर सवारियां बैठी होती है।

-साबिर, ऑटो चालक सेक्टर-58 में हमारा काम चल रहा है। यहां से रोजाना आता-जाता हूं। आए दिन यहां पर दुर्घटना घटती हैं, लेकिन हुडा विभाग के अधिकारियों को इस बात की कोई परवाह नहीं है कि सड़क में गड्ढे बने हुए हैं।

-अनिल कुमार, खेड़ी पुल बाईपास सेक्टर-64-65 के मोड़ के पास सीवर लाइन डाली गई है। नहर के गेट को बंद नहीं किया गया है, जिसकी वजह से नहर के पानी बैक मारकर यहां आ गया। पानी आने से सड़क धंस गई है। सड़क बैठने से गड्ढा बन गया। बृहस्पतिवार की रात हुई दुर्घटना के बारे में पता लगा है। बाईपास को ठीक कराने का काम शुरू कर दिया है।

-राजीव शर्मा, अधीक्षण अभियंता, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण।

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