सर्जरी में नई पद्धति पर सीएमई का आयोजन

क्यूआरजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व फरीदाबाद नर्सिंग होम एसोसिएशन के सहयोग से सीएमई का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:32 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:32 PM (IST)
सर्जरी में नई पद्धति पर  
सीएमई का आयोजन
सर्जरी में नई पद्धति पर सीएमई का आयोजन

जासं, फरीदाबाद : क्यूआरजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व फरीदाबाद नर्सिंग होम एसोसिएशन के सहयोग से सर्जरी में उभरते रुझान, नई पद्धति और हेमेटोलाजी पर नीलम-बाटा रोड स्थित एक होटल में कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (सीएमई) का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत क्यूआरजी अस्पताल से सर्जरी विभाग के निदेशक डा. बालकिशन गुप्ता ने की। इस दौरान हेमेटोलाजी एवं आन्कोलाजी के वरिष्ठ विशेषज्ञ डा. अमित उपाध्याय और फरीदाबाद नर्सिंग होम एसोसिएशन (एनएचए) के अध्यक्ष डा.नरेश जिदल भी उपस्थित रहे।

डा.बालकिशन गुप्ता ने कहा कि हाल ही में चिकित्सा के क्षेत्र में आई नवीनता के साथ, मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया की मदद से आज सबसे मुश्किल मामलों में भी सर्जरी करना आसान हो गया है। इससे सर्जरी सौ फीसदी सुरक्षित हो गई है। खून का बहाव न के बराबर होता है और रिकवरी भी तेज गति से होती है। मरीज सर्जरी के बाद जल्दी ठीक हो जाता है।

वरिष्ठ विशेषज्ञ डा. अमित उपाध्याय ने कहा कि मेडिकल ओंकोलाजी में पारंपरिक कीमोथेरेपी की जगह तेजी से इम्यूनोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी और सेल्युलर थेरेपी ले रही हैं। अब बहुत से कैंसर का इलाज केवल खाई जाने वाली दवाओं से ही संभव हो गया है। अब हमारे पास ऐसी दवाएं हैं जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाती हैं और शरीर खुद कैंसर कोशिकाओं को मारने में सक्षम हो जाता है, जिससे कैंसर का इलाज और भी आसान हुआ है। पेट एवं लीवर के कैंसर के प्रति किया जागरूक

वि., फरीदाबाद : एशियन अस्पताल फरीदाबाद के वरिष्ठ पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ डा.अमित मिगलानी की ओर से कैंसर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि अक्टूबर को कैंसर मंथ (पिक मंथ) के रूप में मनाया जाता है। जिस तरीके से कैंसर पैर पसार रहा है, इसमें हर व्यक्ति को सजग और जागरूक रहने की आवश्यकता है। आज मुंह, गला, ब्रेस्ट के अलावा पेट का कैंसर तेजी से बढ़ने लगा है। यह चिता का विषय है। उन्होंने बताया कि पेट और लीवर के कैंसर के मरीजों में काफी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसका मुख्य कारण शराब का अधिक सेवन, धूमपान, प्रदूषित वातावरण है। पेट एवं लीवर में किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने नजदीकी विशेषज्ञ से मिले। इसमें कुछ प्रारंभिक जांच करा कर बीमारी का पता लगाया जा सकता है। इससे समय रहते कैंसर जैसी घातक एवं जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। समय पर कैंसर का पता चलने पर इसका इलाज संभव है।

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