अब एक-एक फर्म की मौके पर जांच कर रहा विभाग
फर्जी फर्म बनाकर सरकार से इनपुट क्रेडिट टैक्स (आइटीसी) दे देते हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : फर्जी फर्म बनाकर सरकार से इनपुट क्रेडिट टैक्स (आइटीसी) लेने के मामले में गंभीरता बरतते हुए (जीएसटी) वस्तु एवं सेवा कर विभाग ने एक-एक फर्म की मौके पर जाकर जांच करना शुरू कर दी है। जो फर्म बंद मिलती हैं, उनके मालिकों को नोटिस भेजकर बुलाया जा रहा है। बता दें पिछले दिनों प्रदेश में करीब 1100 करोड़ रुपये का जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स अथवा वस्तु एवं सेवा कर) घोटाला उजागर हुआ था। इसमें जिले की भी ऐसी 22 फर्म शामिल थी। इनमे से 14 के खिलाफ सेंट्रल थाने में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। बाकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी हो रही है। समय रहते विभाग ने इन 22 फर्म को आइटीसी के रूप में साढ़े चार करोड़ रुपये देने पर रोक लगा दी थी, जिससे राजस्व के रूप में होने वाला नुकसान बच गया। धरातल पर हैं ही नहीं फर्म
अभी तक की गई जांच में सामने आया है कि काफी फर्म जो विभाग में पंजीकृत दर्शाई गई हैं, वह धरातल पर हैं ही नहीं। उन्होंने फर्जी पते दर्शाए हुए हैं। विभाग की टीम जब मौके पर गई तो वहां कोई और दुकान चलती हुई मिली। ऐसी फर्जी फर्में बनाकर कारोबारियों एवं उद्योगपतियों को 18 फीसद भुगतान के बिल पांच से छह फीसद कमीशन लेकर बना दिए जाते हैं। उधर, कारोबारी सरकार से 18 फीसद का इनपुट क्रेडिट दावा कर देते हैं। इससे सरकार को नुकसान होता है। विभाग की टीमें नई व पुरानी सभी फर्म की मौके पर जाकर जांच कर रही हैं। शक होने पर कुछ को नोटिस भी जारी किए गए हैं। उनकी सुनवाई की जा रही है। पर्याप्त दस्तावेज जमा करने को कहा जा रहा है।
-रविद्र सिंह, उपआबकारी एवं कराधान आयुक्त।