ग्रेफ : 225 करोड़ की मास्टर रोड पर चलना हुआ मुश्किल
ग्रेटर फरीदाबाद क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है लेकिन यहां की सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : ग्रेटर फरीदाबाद क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है, यहां बहुमंजिला इमारतों में रहने के प्रति लोग आकर्षित हो रहे हैं, पर मूलभूत सुविधाएं न मिलने से लोग परेशान हैं। और तो और करीब नौ साल पहले 225 करोड़ की लागत से बनी 45 किलोमीटर लंबी मास्टर रोड की हालत भी खराब हो गई है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। नीचे के पत्थर ऊपर आ गए हैं। कई जगह तो रोड़ी सड़क के ऊपर पड़ी रहती है। इस वजह से वाहन फिसल जाते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी दोपहिया वाहन चालकों को झेलनी पड़ रही है।
मास्टर रोड की मरम्मत का काम अब एफएमडीए को करना है, लेकिन वह इसे अभी तक टेकओवर नहीं कर सका है। इसलिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण भी यहां मरम्मत कार्य नहीं कर रहा है। सितंबर में हुई बारिश की वजह से सड़क की हालत खराब हो चुकी है। मास्टर रोड पर अधिकतर स्ट्रीट लाइटें भी खराब हैं। डेढ़ लाख लोग परेशान
ग्रेटर फरीदाबाद की विभिन्न सोसायटी में डेढ़ लाख से अधिक लोग रह रहे हैं। आसपास 20 से अधिक गांव भी हैं जो दिन-रात मास्टर रोड का प्रयोग करते हैं। लोग अक्सर मास्टर रोड दुरुस्त करने की मांग करते रहते हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी है। यहां लोगों ने अपने जीवन के सपनों का आशियाना बनाने का प्लान किया था। ईडीसी/आइडीसी के रूप में सरकार को करोड़ों रुपये दिए, लेकिन रोड के नाम पर यहां केवल गड्ढे हैं। आए दिन हादसे होते रहते हैं।
-राजीव भारद्वाज, पार्क फ्लोर्स-2 मास्टर रोड की अधिकतर लाइटें भी खराब हैं। सरकारी कार्यालयों के कई चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। विभिन्न सोसायटी ने मिलकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाए थे, पर सुनवाई नहीं हो रही। शासन-प्रशासन ध्यान दे।
-अशोक यादव, एडेल डिवाइन कोर्ट नाम ग्रेटर फरीदाबाद है लेकिन नाम के मुताबिक कुछ नही है। सड़कों की हालत खस्ता है, धूल उड़ती रहती है। पिछले एक-दो वर्ष में सड़कों पर कोई ध्यान नही दिया गया है। ग्रेटर फरीदाबाद रात को अंधेरे मे डूबा रहता है।
-चेतन भारद्वाज, प्रधान, आरडब्ल्यूए, सेक्टर-76 मास्टर रोड खराब होना और अन्य सुविधाओं का न होना एक तरह से यहां आकर बसे लोगों के साथ ठगी है। एक शानदार ग्रेटर फरीदाबाद का सपना दिखाकर लोगों को परेशान किया जा रहा है। बिल्डर के साथ अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
-संतोष बृजवासी मास्टर रोड ही नहीं सोसायटी के अंदर की सड़कों की भी हालत खराब है। इस ओर न तो बिल्डर ध्यान दे रहा है और न ही सरकारी महकमें। जाएं तो जाएं कहां।
-अभिषेक श्रीवास्तव, महासचिव वरदान आरडब्ल्यूए। कई बार प्रशासन को जर्जर मास्टर रोड के बारे में शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन समाधान नहीं हुआ है। रोज लोग गिरकर घायल हो रहे हैं।
-शैरी सक्सेना, बीपीटीपी पार्क फ्लोर्स मास्टर रोड की स्पेशल मरम्मत की जाएगी। इस पर दो परत चढ़ाई जाएंगी। जल्द मास्टर रोड को टेकओवर करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद काम शुरू कर देंगे।
-रमेश बागड़ी, मुख्य अभियंता एफएमडीए